Edited By rajesh kumar,Updated: 17 Oct, 2020 01:15 PM
कोरोना महामारी की मार सबसे ज्यादा एयरलाइन सेक्टर पर पड़ी है। लेकिन वित्तीय संकट से जूझ रही सरकारी एयरलाइन एयर इंडिया ने कमाल कर दिखाया है। कंपनी ने कोरोना काल में अपने सैलरी खर्च में तकरीबन आधी कमी की है।
नई दिल्ली: कोरोना महामारी की मार सबसे ज्यादा एयरलाइन सेक्टर पर पड़ी है। लेकिन वित्तीय संकट से जूझ रही सरकारी एयरलाइन एयर इंडिया ने कमाल कर दिखाया है। कंपनी ने कोरोना काल में अपने सैलरी खर्च में तकरीबन आधी कमी की है। अप्रैल महीने तक कंपनी का सैलरी खर्च 230 करोड़ रुपए था। अब यह 120 करोड़ रुपए रह गया है। एयरलाइन के एक अधिकारी ने कहा कि कंपनी ने सैलरी खर्च में कमी के लिए कई कदम उठाए हैं और यह कदम कामकाज सामान्य होने तक जारी रहेंगे।
अधिकारियों के अनुसार कर्मचारियों की संख्या में 15 फीसद कटौती की गई है। पायलटों के उड़ान भत्ते में कटौती की गई है और रिटायरमेंट के बाद कॉन्ट्रैक्ट पर काम कर रहे लोगों को निकाला गया है। इनकी वजह से सैलरी खर्च में कमी आई है। कंपनी की ओर से बताया गया हैकि अप्रैल में सैलरी बिल 229.75 करोड़ रुपए था जोकि सितंबर में 120 करोड़ रुपए रह गया।
बता दें कि कंपनी ने कोरोना काल के दौरान कर्मचारियों को बिना वेतन के छुट्टी पर जाने का विकल्प दिया था लेकिन अधिकांश लोगों ने इस विकल्प को नहीं चुना। सरकार की एयर इंडिया को बेचने की योजना है। इसी वजह से एयरलाइन लागत कम करने की कोशिश कर रही है। कंपनी पहले भी सालाना लागत 1500 करोड़ रुपए कम कर चुकी है।