Edited By Supreet Kaur,Updated: 15 Nov, 2019 12:17 PM
निजी क्षेत्र की विमानन सेवा कंपनी इंडिगो एयरलाइंस के प्रवर्तकों के बीच जारी विवाद के बीच कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रणजय दत्ता ने बृहस्पतिवार को कहा कि निदेशकों से जुड़ी इकाइयों के साथ लेन देन का मुद्दा हल होने के बाद इस विवाद से अब कंपनी का...
नई दिल्लीः निजी क्षेत्र की विमानन सेवा कंपनी इंडिगो एयरलाइंस के प्रवर्तकों के बीच जारी विवाद के बीच कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रणजय दत्ता ने बृहस्पतिवार को कहा कि निदेशकों से जुड़ी इकाइयों के साथ लेन देन का मुद्दा हल होने के बाद इस विवाद से अब कंपनी का कोई संबंध नहीं रह गया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस विवाद का कंपनी पर ‘शून्य प्रभाव' है क्यों कि इस एयरलाइन की रणनीतिक दिशा को लेकर उनकी राय आपस में मिलती है।
कंपनी के सह-संस्थापक और सह-प्रवर्तक राकेश गंगवाल एवं राहुल भाटिया के बीच चल रहे मतभेद जुलाई में सामने आए थे। गंगवाल ने कंपनी के संचालन में खामियों का आरोप लगाते हुए इस मामले में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) से हस्तक्षेप की मांग की थी। इंडिगो का परिचालन इंटरग्लोब एविएशन कंपनी करती है। दोनों ने यह कंपनी शुरू की है और यह यात्री संख्या की दृष्टि से देश की सबसे बड़ी एयर लाइन है। झगड़े के बारे में दत्ता ने कहा कि जहां तक कंपनी का सवाल है,' यह सीधे तौर पर संबंधित पक्ष से सौदे (आरपीटी) तक ही सीमित था।'
दत्ता ने कहा, ‘‘इस मुद्दे का अब समाधान हो चुका है। हमारे लिए अब यह मुद्दा कोई मुद्दा नहीं रह गया है। अब हमारा इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है।'' कंपनी पर लगे आरोपों के चलते सेबी और वाणिज्य मंत्रालय भी उसकी गतिविधियों पर निगाह रखे हुए हैं। प्रवर्तकों के झगड़े के असर के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘इस समय प्रवर्तकों के झगड़े का (कंपनी पर) कोई प्रभाव नहीं है। आरपीटी का मसला जब तक था, तब तक इससे हमारा संबंध था। अब उन्हें (प्रवर्तकों को) जो करना है आपस में करें, उससे हम प्रभावित नहीं हो रहे है।'' दत्ता के अनुसार प्रवर्तकों के बीच कुछ मुद्दे हैं लेकिन उनका कंपनी पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है।'' उन्होंने जोर देकर कहा कि यह (झगड़ा) कंपनी से जुड़े मसलों को नहीं लटका रहा है, क्योंकि कंपनी को दशा और दिशा को लेकर दोनों के बीच सहमति है। कंपनी की रणनीति को लेकर उनके बीच एक राय है और इसमें कोई विवाद नहीं है।