Edited By Supreet Kaur,Updated: 28 May, 2018 10:55 AM
सहकारी क्षेत्र की डेयरी कंपनी अमूल को उपभोक्ताओं का बढ़ता दायरा एवं मांग में हो रही वृद्धि के दम पर चालू वित्त वर्ष में कारोबार 20 फीसदी बढ़कर 50 हजार करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी।
नई दिल्लीः सहकारी क्षेत्र की डेयरी कंपनी अमूल को उपभोक्ताओं का बढ़ता दायरा एवं मांग में हो रही वृद्धि के दम पर चालू वित्त वर्ष में कारोबार 20 फीसदी बढ़कर 50 हजार करोड़ रुपए तक पहुंचने की उम्मीद है। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने यह जानकारी दी।
अमुल ब्रांड के उत्पादों का विपणन करने वाले गुजरात सहकारी दूध विपणन संघ के प्रबंध निदेशक आर.एस. सोढी ने कहा, ‘‘पिछले वित्त वर्ष में 40 हजार करोड़ रुपए का कारोबार हासिल करने वाला अमूल ब्रांड इस साल 20 फीसदी की दर से वृद्धि करेगा।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम कई उपभोक्ता उत्पाद पेश करने वाले हैं। हम अपनी पेशकश बढ़ा रहे हैं। बढ़ती मांग हमें इस साल अच्छी वृद्धि दर्ज करने में मदद करेगी।’’ गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ (जीसीएमएमएफ) के तहत अमूल ब्रांड के लिए 18 डेयरी सदस्य काम करते हैं। हालांकि, जीसीएमएमएफ का कारोबार 2017-18 में 29,220 करोड़ रुपए का कारोबार किया। इसमें आठ फीसदी की वृद्धि रही। इस दौरान विभिन्न जिंस के दाम घटने से कारोबार वृद्धि हल्की रही।
सोढी ने कहा, ‘‘ब्रांडेड उपभोक्ता उत्पादों में पिछले वित्त वर्ष के दौरान 14 प्रतिशक की दर से वृद्धि हुई। इनमें चीज, मक्खन, दुग्धपेय, पनीर, क्रीम, बटर मिल्क और दही में 20 से 40 फीसदी की दर से वृद्धि हुई।’’ जीसीएमएमएफ के तहत 18 सदस्यों वाले संघ से 36 लाख से अधिक किसान जुड़े हैं। ये किसान 18,700 गांवों से हैं। संघ प्रतिदिन 211 लाख् लीटर दूध की खरीदारी करता है। यह मात्रा पिछले साल के मुकाबले 20 फीसदी अधिक है।