Edited By Punjab Kesari,Updated: 19 Jul, 2017 12:18 PM
भारत में आज 50 करोड़ से ज्यादा मोबाइल यूजर है, ऐसे में यह खबर उनको काफी ज्यादा प्रभावित कर सकती है।
नई दिल्ली: भारत में आज 50 करोड़ से ज्यादा मोबाइल यूजर है, ऐसे में यह खबर उनको काफी ज्यादा प्रभावित कर सकती है। खबर के अनुसार, भारती एयरटेल और आइडिया सेल्युलर जैसी प्रमुख टेलीकॉम कंपनियों ने इंटरकनेक्शन यूसेज चार्ज (IUC) को दोगुना करने की मांग की है। यह मोबाइल कॉल के टैरिफ को प्रभावित कर सकता है। इन कंपनियों का कहना है कि उनके नेटवर्क पर दूसरे नेटवर्क से आने वाली कॉल्स को पूरा कराने की लागत 30 पैसे प्रति मिनट बैठती है।
क्या कहना एेयरटेल और वोडाफोन
टेलीकॉम कंपनी वोडाफोन का कहना है कि उसके नेटवर्क पर IUC 34 पैसे प्रति मिनट बैठती है, जो IUC की मौजूदा दर का दोगुना है। टेलीकॉम टैरिफ तय करते समय इस शुल्क को भी देखा जाता है। टेलीकॉम कंपनियों के अधिकारियों ने आईयूसी पर वर्कशॉप में कॉल टर्मिनेशन चार्ज में बढ़ोतरी की मांग दोहराई। एयरटेल ने कहा है कि इनकमिंग कॉल को पूरा करने की लागत 30 पैसे बैठती है, ऐसे में IUC बढ़ाया जाना चाहिए, जिससे वे अपनी लागत निकाल सकें।
टेलीकॉम ऑपरेटरों को अन्य ऑपरेटर के नेटवर्क से प्रत्येक इनकमिंग कॉल के लिए इंटरकनेक्शन यूजेस चार्ज मिलता है। यह मोबाइल ग्राहकों द्वारा अदा की जाने वाली कॉल दरों में शामिल होता है। आईयूसी ट्राई द्वारा तय किया जाता है। फिलहाल प्रत्येक इनकमिंग कॉल पर 14 पैसे प्रति मिनट का आईयूसी लगता है। वोडाफोन ने कहा है कि उसे अपने नेटवर्क पर इनकमिंग कॉल को पूरा करने की लागत 30 पैसे बैठती है। इसमें लाइसेंस शुल्क शामिल नहीं है।