बजट 2018: जेटली ने नौकरीपेशा लोगों की उम्मीदों पर फेरा पानी

Edited By Punjab Kesari,Updated: 01 Feb, 2018 01:08 PM

budget employed people

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज संसद में आम बजट पेश किया। सरकार ने इस बार बजट में नौकरीपेशा लोगों को कोई राहत नहीं दी है। आम बजट में सरकार ने इन्कम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया है।

नई दिल्लीः वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज संसद में आम बजट पेश किया। सरकार ने इस बार बजट में नौकरीपेशा लोगों को कोई राहत नहीं दी है। आम बजट में सरकार ने इन्कम टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया है। लेकिन स्टैंडर्ड डिडक्शन की फिर से शुरुआत कर दी गई है। इससे जितनी सैलरी है उसमें से 40 हजार घटाकर टैक्स लगेगा।

टैक्स भरने में ईमानदारी अब भी कम
अरुण जेटली बोले कालेधन के खिलाफ मुहिम से टैक्स देने वालों की संख्या बढ़ी है। टैक्स देने वाले 19.25 लाख बढ़े और इनकम टैक्स कलेक्शन 90 हजार करोड़ बढ़ा। 85.51 नए करदाता जुड़े। उन्होंने कहा कि टैक्स भरने में ईमानदारी अब भी कम है और टैक्स भरने में लोग अभी भी हिचकचाते हैं। डायरेक्ट टैक्स कलैक्शन में 12.6 फीसदी की बढ़ौतरी हुई है।

कॉरपोरेट टैक्स में भारी छूट
250 करोड़ टर्नओवर वाली कंपनी को अब कम टैक्स देना होगा। कॉर्पोरेट टैक्स में कंपनियों को भारी छूट दी गई है। वित्त मंत्री ने ऐलान किया 250 करोड़ रुपए तक टर्नओवर वाली कंपनियों को 25 फीसदी कॉरपोरेट टैक्स देना है। पहले यह राहत 50 करोड़ रुपए तक टर्नओवर वाली कंपनियों को ही थी।

क्या है मौजूदा टैक्स स्लैब
0-2.5 लाख रुपए तक कोई टैक्स नहीं
2.5-5 लाख रुपए तक 5% टैक्स 
5-10 लाख रुपए तक 20% टैक्स 
10 लाख रुपए से ऊपर 30% टैक्स 
50 लाख से 1 करोड़ तक 10% सरचार्ज
1 करोड़ से ऊपर 15% सरचार्ज

पिछली बार भी नहीं किया था कोई बदलाव
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पिछले बजट में भी आयकर स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया था लेकिन छोटे करदाताओं को राहत देते हुए सबसे निचले स्लैब में आयकर की दर 10 प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत कर दी थी। सबसे निचले स्लैब में ढाई लाख से लेकर पांच लाख रुपए सालाना कमाई करने वाला वर्ग आता है।

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