Edited By Punjab Kesari,Updated: 16 Jan, 2018 10:27 AM
13 साल की बच्ची के इलाज में लापरवाही पर उपभोक्ता फोरम ने फोर्टिस अस्पताल को 10 लाख रुपए मुआवजा और 20,000 रुपए जुर्माना देने के आदेश दिए हैं। बच्ची को किडनी की समस्या थी मगर अस्पताल उसका डेंगू का इलाज करता रहा। इस दौरान बच्ची की मौत हो गई।
फरीदाबाद : 13 साल की बच्ची के इलाज में लापरवाही पर उपभोक्ता फोरम ने फोर्टिस अस्पताल को 10 लाख रुपए मुआवजा और 20,000 रुपए जुर्माना देने के आदेश दिए हैं। बच्ची को किडनी की समस्या थी मगर अस्पताल उसका डेंगू का इलाज करता रहा। इस दौरान बच्ची की मौत हो गई।
क्या है मामला
एन.आई.टी. 1 सी ब्लॉक में रहने वाले मोहित ने बताया कि उसकी बहन को पेट दर्द की शिकायत थी। 30 नवम्बर 2014 को दोपहर में उसे नीलम चौक स्थित फोॢटस अस्पताल में दाखिल कराया गया था। उसने बताया कि डॉक्टरों ने मौके पर बिना कोई जांच किए डेंगू का इलाज शुरू कर दिया।
बाद में जांच करने पर पता चला कि बच्ची को किडनी से संबंधित समस्या थी, लेकिन इस बीच बहुत देर हो गई और उसी रात बच्ची की मौत हो गई। मोहित का आरोप है कि अस्पताल ने सही तरीके से इलाज नहीं किया, जिसकी वजह से उसकी बहन की मौत हुई। इसके बाद बच्ची के परिजनों ने अस्पताल से मिले दस्तावेजों के साथ उपभोक्ता फोरम में शिकायत की।
यह कहा फोरम ने
फोरम ने दस्तावेजों को देखते हुए इसे लापरवाही का मामला बताया। इस संबंध में अस्पताल का पक्ष लेने का कई बार प्रयास किया गया लेकिन उनकी ओर से कुछ नहीं कहा गया। फोरम ने अस्पताल पर 20,000 रुपए का जुर्माना भी लगाया। इसके साथ ही 10 लाख रुपए बच्ची के परिवार को मुआवजा देने का भी आदेश दिया।