Edited By jyoti choudhary,Updated: 08 Mar, 2021 03:24 PM
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आग लग गई है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक ऐसी रिपोर्ट आ रही हैं कि सऊदी अरब के तेल ठिकानों पर ईरान समर्थित हाउदी विद्रोहियों ने मिसाइल दागे हैं। इसके बाद से क्रूड की सप्लाई को लेकर
नई दिल्लीः अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आग लग गई है। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक ऐसी रिपोर्ट आ रही हैं कि सऊदी अरब के तेल ठिकानों पर ईरान समर्थित हाउदी विद्रोहियों ने मिसाइल दागे हैं। इसके बाद से क्रूड की सप्लाई को लेकर आशंका बन गई और कीमतें तेजी से बढ़ी हैं। 8 मार्च को सुबह ब्रेंट क्रूड 71 डॉलर के पार चला गया। वहीं WTI क्रूड भी 2 साल में सबसे महंगा हो गया है। एक्सपर्ट जियो पॉलिटिकल टेंशन के चलते क्रूड की कीमतों में अभी और तेजी देख रहे हैं। ऐसे में भारत में पेट्रोल और डीजल सस्ता होने की उम्मीदों को झटका लग सकता है।
ब्रेंट क्रूड का भाव 71 डॉलर प्रति बैरल के पार चला गया है। यह कोरोना वायरस महामारी आने के बाद से सबसे ज्यादा भाव है। वहीं, डबल्यूटीआई क्रूड का भाव 67.50 डॉलर प्रति बैरल हो गया। यह अक्टूबर 2018 के बाद से पहली बार 67 डॉलर के पार गया है। हाउदी विद्रोहियों ने सऊदी अरब के तेल और मिलिट्री ठिकानों पर मिसाल से हमले किए हैं। हालांकि अबतक किसी बड़े डैमेज की खबर नहीं आई है।
दुनिया का सबसे बड़ा आयल टर्मिनल
विद्रोहियों ने सऊदी अरामको के रास तनुरा बेस पर हमला किया है। यह दुनिया का सबसे बड़ा आयल टर्मिनल है। इसकी क्षमता रोज 6.5 मिलियन बैरल एक्सपोर्ट की है जो मौजूदा समय में आयल डिमांड का 7 फीसदी है। एंजेल ब्रोकिंग के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट अनुज गुप्ता का कहना है कि जियो पॉलिटिकल टेंशन के चलते कच्चे तेल में यह तेजी जारी रहेगी। आगे ब्रेंट क्रूड 73 डॉलर प्रति बैरल और डबल्यूटीआई क्रूड 70 डॉलर प्रति बैरल तक महंगा हो सकता है।