Edited By jyoti choudhary,Updated: 11 Jun, 2019 06:21 PM
दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की नई आवासीय योजना लोगों को आकर्षित करने में नाकाम रही है। डीडीए को अपनी नई आवासीय योजना के लिए करीब 50,000 आवेदन मिले हैं। अधिकारियों का कहना है कि कम आवेदन का मुख्य कारण ज्यादातर फ्लैट दिल्ली के बाहरी इलाके नरेला में...
नई दिल्लीः दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की नई आवासीय योजना लोगों को आकर्षित करने में नाकाम रही है। डीडीए को अपनी नई आवासीय योजना के लिए करीब 50,000 आवेदन मिले हैं। अधिकारियों का कहना है कि कम आवेदन का मुख्य कारण ज्यादातर फ्लैट दिल्ली के बाहरी इलाके नरेला में स्थित होना है।
डीडीए की आनलाइन योजना 2019 के लिए आवेदन देने की समयसीमा 10 जून को समाप्त हो गयी। योजना मार्च में लायी गयी थी। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष तरूण कपूर ने कहा, ‘‘जहां तक प्राप्त आवेदनों की संख्या का सवाल है, हमें विभिन्न बैंकों से आंकड़े मिल रहे हैं। हम अबतक अंतिम आंकड़े तक नहीं पहुंचे हैं लेकिन अबतक का आंकड़ा करीब 50,000 है।'' योजना के तहत नये बने करीब 18,000 फ्लैट बिक्री के लिये रखा गया था। ये फ्लैट दिल्ली के वसंत कुंज और नरेला के रिहायशी इलाके में हैं।
कम आवेदन मिलने के कारणों के बारे में पूछे जाने पर कपूर ने कहा, ‘‘ज्यादातर फ्लैट नरेला में स्थित है। यह दिल्ली का बाहरी इलाका नरेला में स्थित है। संभवत: इस कारण से कम आवेदन आए।'' उन्होंने कहा, ‘‘और दूसरा बाजार अभी नीचे है। ये चीजें भी लोगों के निर्णय को प्रभावित कर सकती हैं।'' उल्लेखनीय है कि डीडीए को अपनी 2014 योजना के लिए कुल 7.5 लाख आवेदन मिले थे। इसमें 25,000 से अधिक फ्लैट की पेशकश की गई थी। डीडीए आवासीय योजना 2019 की शुरूआत 25 मार्च को हुई थी। कुल 17,922 फ्लैट चार श्रेणियों एचआईजी, एमआईजी, एलआईजी और ईडब्ल्यूएस में बिक्री के लिए रखा गया था। आवेदन जमा करने की समयसीमा एक महीने बढ़ाकर 10 जून कर दी गई थी। पहले यह समयसीमा 10 मई थी।