Edited By jyoti choudhary,Updated: 05 May, 2019 05:43 PM
केबल टीवी और डीटीएच कंपनियां आपके साथ धोखाधड़ी ने करें, इसके लिए भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधकरण (TRAI) नया कदम उठाने जा रही है। ट्राई ने इन कंपनियों का ऑडिट कराने का फैसला लिया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह कंपनियां
बिजनेस डेस्कः केबल टीवी और डीटीएच कंपनियां आपके साथ धोखाधड़ी ने करें, इसके लिए भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधकरण (TRAI) नया कदम उठाने जा रही है। ट्राई ने इन कंपनियों का ऑडिट कराने का फैसला लिया है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह कंपनियां ट्राई के नियमों का पालन कर रही हैं। ऑडिट कराने का जिम्मा ट्राई ने Broadcast Engineering Consultants India Ltd (BECIL) को दिया है।
ट्राई ने नए शुल्क आदेश और नियामकीय व्यवस्था का उल्लंघन करने वाले आपरेटरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दे रखी है। नियामक ने कहा कि इस बारे में आडिट जल्द शुरू किया जाएगा। ट्राई के सचिव एस के गुप्ता ने कहा, ‘‘बीईसीआईएल ट्राई की ओर से आडिट कर नए नियामकीय ढांचे के अनुपालन को सुनिश्चित करेगी। हम सभी वितरण आपरेटरों (डीपीओ) से आग्रह करते हैं कि वे नई नियामकीय व्यवस्था का अनुपालन अक्षरश: करें।
गुप्ता ने कहा कि जिन कंपनियों को आडिट प्रणाली से गुजरना है उनके बारे में फैसला किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘डीटीएच और केबल टीवी आपरेटरों का चयन कहीं से भी किया जाएगा और आडिट के जरिए यह पता लगाया जाएगा कि क्या वे नियमों का अनुपालन कर रहे हैं।'' पिछले कुछ दिन के दौरान ट्राई ने नियमों का उल्लंघन करने वाली कई केबल टीवी और डीटीएच सेवा प्रदाता कंपनियों की खिंचाई की है। उनके बारे में उपभोक्ताओं से काफी शिकायतें मिली हैं।
कुछ मामलों में ट्राई ने पाया कि कई कंपनियों उपभोक्ताओं पर चैनल और पैकेज योजना थोप रही हैं और उपभोक्ताओं को उनके खुद के अनुसार चयन करने का विकल्प नहीं मिल रहा। हाल के समय में ट्राई ने डीटीएच कंपनियों टाटा स्काई, डिश टीवी और सन डायरेक्ट टीवी को लताड़ लगाई है। ट्राई के चेयरमैन आर एस शर्मा ने पिछले महीने कहा था कि नियामक की योजना आपरेटरों का उपभोक्ता प्रबंधन तथा आईटी प्रणाली का आडिटर करने की है।