Edited By Supreet Kaur,Updated: 08 Jun, 2018 01:06 PM
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) में कर्मचारियों का पीएफ का पैसा जमा न कराने वाली कंपनियों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। ईपीएफओ के डाटा से यह जानकारी सामने आई है कि मई माह में इम्पलाइज प्रॉविडेंट फंड (ईपीएफ) में योगदान करने वाले मेंबर्स की...
बिजनेस डेस्कः कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) में कर्मचारियों का पीएफ का पैसा जमा न कराने वाली कंपनियों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। ईपीएफओ के डाटा से यह जानकारी सामने आई है कि मई माह में इम्पलाइज प्रॉविडेंट फंड (ईपीएफ) में योगदान करने वाले मेंबर्स की संख्या में 11 लाख तक की कमी आई है।
एक महीने में आई इतनी बड़ी कमी
जानकारी के मुताबिक अप्रैल में ईपीएफओ के कंट्रीब्यूटरी मेंबर्स (जिनका पीएफ ईपीएफओ के पास जमा हो रहा था) की संख्या 4,61,06,568 थी। मई में यह संख्या घट कर 4, 50,58,056 हो गई है। यानी एक माह में लगभग 11 लाख मेंबर्स कम हो गए हैं। गौरतलब है कि 1.44 लाख से अधिक कंपनियां एेसी हैं जिन्होंने सरकार के पास अपने कर्मचारियों के प्रॉविडेंट फंड का पैसा जमा नहीं कराया है। कंपनियों के इस कदम से लाखों पीएफधारकों की सामाजिक सुरक्षा दांव पर है। अप्रैल, 2018 तक ईपीएफओ के पास हर माह पीएफ का पैसा जमा कराने वाली कंपनियों की संख्या 4,58, 812 हैं।