Edited By jyoti choudhary,Updated: 12 Mar, 2024 05:55 PM
रिटेल महंगाई फरवरी 2024 में मामूली घटकर 5.09 पर आ गई है। इससे पहले जनवरी 2024 में महंगाई 5.10% रही थी। जनवरी में खाने-पीने के सामान की कीमतें बढ़ी है। RBI की महंगाई को लेकर रेंज 2%-6% है। आदर्श स्थिति में RBI चाहेगा कि रिटेल महंगाई 4% पर रहे।
बिजनेस डेस्कः रिटेल महंगाई फरवरी 2024 में मामूली घटकर 5.09 पर आ गई है। यह पिछले महीने के लगभग बराबर है। मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित मुद्रास्फीति जनवरी में 5.1 प्रतिशत और फरवरी 2023 में 6.44 प्रतिशत थी।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के मुताबिक, खाद्य वस्तुओं की महंगाई फरवरी में 8.66 प्रतिशत रही जो इससे पिछले महीने 8.3 प्रतिशत से मामूली अधिक है। भारतीय रिजर्व बैंक को खुदरा मुद्रास्फीति दो प्रतिशत घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत पर रखने की जिम्मेदारी मिली हुई है। केंद्रीय बैंक ने पिछले महीने मौद्रिक नीति समीक्षा में मुद्रास्फीति के 2023-24 में 5.4 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था।
- खाद्य महंगाई दर 8.30% से बढ़कर 8.66% पर आ गई
- ग्रामीण महंगाई दर बिना किसी बदलाव के 5.34% रही है
- शहरी महंगाई दर 4.92% से घटकर 4.78% पर आ गई
जनवरी में औद्योगिक उत्पादन 3.8% बढ़ा
भारत का औद्योगिक उत्पादन जनवरी, 2024 में 3.8 प्रतिशत बढ़ा है। मंगलवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) के आधार पर मापा जाने वाला औद्योगिक उत्पादन जनवरी, 2023 में 5.8 प्रतिशत बढ़ा था। एक आधिकारिक बयान में कहा गया, ‘‘भारत का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक जनवरी, 2024 में 3.8 प्रतिशत बढ़ा है।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी, 2024 में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 3.2 प्रतिशत बढ़ा, जो एक साल पहले इसी महीने में 4.5 प्रतिशत बढ़ा था। समीक्षाधीन अवधि में खनन उत्पादन की वृद्धि 5.9 प्रतिशत और बिजली उत्पादन की 5.6 प्रतिशत रही। चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से जनवरी के दौरान आईआईपी में 5.9 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 5.5 प्रतिशत बढ़ा था।