पश्चिम बंगाल में 2 मौजूदा सांसदों का भाग्य ईवीएम में बंद

Edited By Mahima,Updated: 27 Apr, 2024 11:39 AM

fate of 2 sitting mps in west bengal sealed

पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण में की तीन सीटों पर हुए चुनाव के बाद उम्मीदवारों का भविष्य ईवीएम में बद हो चुका है। दार्जिलिंग, बालुरघाट और रायगंज लोकसभा सीट के लिए मतदाता भारतीय जनता पार्टी के दो मौजूदा सांसदों के चुनावी भाग्य का फैसला करेगा जिसमें...

नेशनल डेस्क: पश्चिम बंगाल में दूसरे चरण में की तीन सीटों पर हुए चुनाव के बाद उम्मीदवारों का भविष्य ईवीएम में बद हो चुका है। दार्जिलिंग, बालुरघाट और रायगंज लोकसभा सीट के लिए मतदाता भारतीय जनता पार्टी के दो मौजूदा सांसदों के चुनावी भाग्य का फैसला करेगा जिसमें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार भी शामिल हैं। सुकांत मजूमदार बालुरघाट सीट से चुनाव जीतकर दोबारा लोकसभा पहुंचने के लिए प्रयासरत हैं। मजूमदार का मुकाबला तृणमूल कांग्रेस के दिग्गज नेता और मंत्री बिप्लब मित्रा से है। भाजपा जहां अपने 400 पार के लक्ष्य को भेदने के लिए राज्य की सभी 42 सीटों पर नजर गड़ाए हुए है, वहीं दूसरी और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी अपने गढ़ को बचाने के लिए हर संभव कोशिश कर रही हैं।  

दार्जिलिंग में चतुष्कोणीय मुकाबला
दार्जिलिंग के लोग गोरखालैंड के रूप में एक अलग राज्य की लंबे समय से मांग कर रहे हैं और मौजूदा चुनाव में भी यह मुद्दा जोर से उभरा है। दार्जिलिंग में चतुष्कोणीय मुकाबला है और यहां के मौजूदा भाजपा सांसद राजू बिस्ता का मुकाबला कर्सियांग से पार्टी विधायक बिष्णु प्रसाद शर्मा से है जो निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। दूसरी बार लोकसभा पहुंचने के प्रयास में जुटे राजू बिस्ता को गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट -जीएनएलएफ और गोरखा जनमुक्ति मोर्चा- जीजेएम के बिमल गुरुंग गुट का समर्थन प्राप्त है। टी.एम.सी. ने दार्जिलिंग सीट से गोपाल लामा को खड़ा किया है जिन्हें अनित थापा के भारतीय गोरखा प्रजातांत्रिक मोर्चा बीजीपीएम भी समर्थन था। यह गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन-जीटीए को नियंत्रित करता है।

रायगंज में त्रिकोणीय जंग
रायगंज सीट में भाजपा ने कार्तिक पॉल को उम्मीदवार बनाया है जिनका टी.एम.सी. के कृष्ण कल्याणी से मुकाबला है। कृष्ण कल्याणी भाजपा विधायक थे जो अब तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। रायगंज कभी कांग्रेस का गढ़ हुआ करता था और दिवंगत केंद्रीय मंत्री प्रियरंजन दासमुंशी यहां के कद्दावर नेता थे। रायगंज में त्रिकोणीय मुकाबला है जहां से कांग्रेस और वाम मोर्चे के संयुक्त उम्मीदवार अली इमरान रम्ज हैं जिन्हें विक्टर के रूप में जाना जाता है। पिछले लोकसभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा के देबाश्री चौधरी ने टीएमसी उम्मीदवार केएल अग्रवाल को 60 हजार से अधिक वोट से हराकर जीत हासिल की थी।

बालुरघाट सीट पर करीबी चुनावी मुकाबला
बंगाल के दक्षिण दिनाजपुर जिले की बालुरघाट लोकसभा सीट पर दिलचस्प और करीबी चुनावी मुकाबला होने वाला है, जहां मौजूदा सांसद और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार का मुकाबला टी.एम.सी. उम्मीदवार बिप्लब मित्रा से है। वर्ष 2019 में अपना पहला चुनाव लड़ने वाले मजूमदार ने 33,293 वोटों के अंतर से हराकर टीएमसी की अर्पिता घोष से यह सीट छीन ली थी। बालुरघाट कभी वाम मोर्चे के घटक आरएसपी का गढ़ था जिसने वर्ष 1984 से 2009 तक लगातार इस सीट पर जीत हासिल की थी। इस सीट पर वाम मोर्चा-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार जॉयदीप सिद्धांत हैं।
 

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