Edited By jyoti choudhary,Updated: 15 Mar, 2023 10:44 AM

सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने गेहूं और आटा की कीमतों पर अंकुश लगाने के सरकार के प्रयासों के तहत बुधवार को होने वाली ई-नीलामी के छठे दौर में थोक उपभोक्ताओं को 10.13 लाख टन गेहूं बेचने की योजना बनाई है। केंद्र ने कीमतों को...
नई दिल्लीः सार्वजनिक क्षेत्र के भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने गेहूं और आटा की कीमतों पर अंकुश लगाने के सरकार के प्रयासों के तहत बुधवार को होने वाली ई-नीलामी के छठे दौर में थोक उपभोक्ताओं को 10.13 लाख टन गेहूं बेचने की योजना बनाई है। केंद्र ने कीमतों को नियंत्रित करने के लिए 50 लाख टन गेहूं खुले बाजार में बेचने की घोषणा की है। इसमें से 45 लाख टन आटा मिलों सहित थोक उपभोक्ताओं को बेचा जाना तय किया गया है।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने अब तक आयोजित पांच दौर की ई-नीलामी में थोक उपभोक्ताओं को 28.85 लाख टन गेहूं बेचा है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के मुताबिक, एफसीआई 15 मार्च को होने वाली छठे दौर की ई-नीलामी में थोक उपभोक्ताओं को 10.13 लाख टन गेहूं बेचेगा। एफसीआई अपने 620 डिपो से गेहूं की बिक्री करेगा। पिछले दौर में एफसीआई ने खुली बाजार बिक्री योजना (ओएमएसएस) के तहत आटा मिलों सहित थोक उपभोक्ताओं को 5.39 लाख टन गेहूं बेचा था। अधिकारी ने कहा कि खुले बाजार में गेहूं की बिक्री से देश में गेहूं और आटे की कीमतों में कमी लाने में मदद मिली है।