Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 Nov, 2023 12:56 PM
प्याज की कीमतें 80 रुपए प्रति किलोग्राम से ज्यादा होने के बीच घरेलू रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने चेताया है कि नवंबर में सामान्य खाने की थाली या भोजन की लागत बढ़ने की आशंका है। अक्टूबर में प्याज की ऊंची कीमतों की वजह से भोजन की थाली के दाम नीचे नहीं आ...
बिजनेस डेस्कः प्याज की कीमतें 80 रुपए प्रति किलोग्राम से ज्यादा होने के बीच घरेलू रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने चेताया है कि नवंबर में सामान्य खाने की थाली या भोजन की लागत बढ़ने की आशंका है। अक्टूबर में प्याज की ऊंची कीमतों की वजह से भोजन की थाली के दाम नीचे नहीं आ पाए थे। अक्टूबर के बाद के 15 दिनों में प्याज का दाम 34 रुपए से बढ़कर 40 रुपए प्रति किलोग्राम हो गया था। अब ये सिलसिला नवंबर में भी जारी रहने की आशंका है।
वेजिटेरियन थाली की कीमत जानें
क्रिसिल ने कहा कि हालांकि आलू और टमाटर की कीमतों में गिरावट से पिछले महीने यानी अक्टूबर में वेज थाली की कीमत घटकर 27.5 रुपए रह गई, जो कि साल भर पहले की समान अवधि की तुलना में पांच फीसदी कम और सितंबर महीने की तुलना में एक फीसदी कम थी। एजेंसी ने कहा कि आलू की कीमतों में 21 फीसदी की गिरावट आई जबकि टमाटर की कीमतों में 38 फीसदी की गिरावट आई, जिससे कुल स्थिति में सुधार हुआ है। इस समय हालांकि प्याज के रेट लगातार चढ़ रहे हैं जिसके चलते नवंबर में वेज और नॉन-वेज दोनों तरह की थाली के भाव में इजाफा देखे जाने के आसार लग रहे हैं।
नॉन-वेजिटेरियन थाली की कॉस्ट भी घटी है
क्रिसिल ने कहा कि मांसाहारी थाली की कीमत भी सालाना आधार पर सात फीसदी घटकर 58.4 रुपए रह गई और सितंबर की तुलना में यह तीन फीसदी कम थी। मांसाहारी थाली की कीमत में तेजी से गिरावट आई क्योंकि ब्रॉयलर की कीमत जिसकी थाली लागत में 50 फीसदी हिस्सेदारी है, उच्च आधार से अनुमानित पांच-सात फीसदी घट गई।
LPG के दाम घटने का भी मिला फायदा
एजेंसी ने कहा कि एलपीजी रसोई गैस की कीमत 200 रुपए घटाकर 953 रुपए प्रति सिलेंडर करने के सरकार के फैसले से भी स्थिति में मदद मिली। एक शाकाहारी थाली की लागत में एलपीजी का 14 फीसदी और एक गैर-शाकाहारी थाली में आठ फीसदी हिस्सा रहता है।