खाद्यान्न उत्पादन 1 प्रतिशत घटकर 28 करोड़ 13.70 लाख टन रहने का अनुमान

Edited By jyoti choudhary,Updated: 01 Mar, 2019 11:03 AM

food production should fall by 1 percent to 28 crore 13 70 lakh tonnes

सरकार ने वीरवार को कहा कि रिकॉर्ड चावल उत्पादन के बावजूद वर्ष 2018-19 में देश का खाद्यान्न उत्पादन 1 प्रतिशत घटकर 28 करोड़ 13.70 लाख टन रहने का अनुमान है।

नई दिल्ली: सरकार ने वीरवार को कहा कि रिकॉर्ड चावल उत्पादन के बावजूद वर्ष 2018-19 में देश का खाद्यान्न उत्पादन 1 प्रतिशत घटकर 28 करोड़ 13.70 लाख टन रहने का अनुमान है। इस साल देश में दलहन और मोटे अनाजों का उत्पादन कुछ कम रहने की संभावना है। इससे पिछले फसल वर्ष 2017-18 (जुलाई-जून) में 28 करोड़ 48 लाख 30 हजार टन का खाद्यान्न उत्पादन देश में हुआ था।

केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने वर्ष 2018-19 के लिए दूसरे अग्रिम अनुमान जारी करते हुए एक बयान में कहा कि देश में कुल खाद्यान्न उत्पादन 28 करोड़ 13 लाख 70 हजार टन रहने का अनुमान है। देश में मॉनसून सत्र (जून से सितम्बर 2018) के दौरान कुल संचयी वर्षा लंबी अवधि के औसत (एल.पी.ए.) से 9 प्रतिशत कम थी। आंकड़ों के अनुसार चावल उत्पादन वर्ष 2018-19 में पिछले वर्ष के 11 करोड़ 29 लाख टन से बढ़कर रिकॉर्ड 11 करोड़ 56 लाख टन को छूने का अनुमान है।

गेहूं उत्पादन पिछले वर्ष के 9.97 करोड़ टन से थोड़ा कम रहकर 9.91 करोड़ टन रहने का अनुमान लगाया गया है। मोटे अनाजों का उत्पादन पिछले वर्ष में 4 करोड़ 70 लाख टन से घटकर 4 करोड़ 26 लाख टन रहने का अनुमान है। समीक्षाधीन अवधि के दौरान दलहन उत्पादन भी रिकॉर्ड 2 करोड़ 52 लाख टन से घटकर 2 करोड़ 40 लाख टन रहने का अनुमान लगाया गया है। गैर-खाद्यान्न फसलों के बीच, वर्ष 2018-19 के दौरान कुल तिलहन उत्पादन 3 करोड़ 15 लाख टन अनुमानित है, जबकि पिछले वर्ष यह उत्पादन 3 करोड़ 13 लाख टन का हुआ था।

गन्ना उत्पादन पहले के 37 करोड़ 69 लाख टन से बढ़कर 38 करोड़ 8.3 लाख टन होने का अनुमान है। कपास का उत्पादन पहले के 3 करोड़ 48 लाख 80 हजार गांठों से घटकर 3 करोड़ 90 हजार (कपास की एक गांठ 170 किलो प्रत्येक) रहना आंका गया है।

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!