Edited By jyoti choudhary,Updated: 14 Apr, 2025 10:37 AM
एप्पल के लिए दुनिया की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग कंपनी फॉक्सकॉन अब उत्तर प्रदेश में अपनी पहली यूनिट लगाने की तैयारी कर रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह यूनिट ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे के पास लगभग 300 एकड़ जमीन पर स्थापित हो...
बिजनेस डेस्कः एप्पल के लिए दुनिया की सबसे बड़ी कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरिंग कंपनी फॉक्सकॉन अब उत्तर प्रदेश में अपनी पहली यूनिट लगाने की तैयारी कर रही है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, यह यूनिट ग्रेटर नोएडा में यमुना एक्सप्रेसवे के पास लगभग 300 एकड़ जमीन पर स्थापित हो सकती है। यह पहली बार होगा जब फॉक्सकॉन उत्तर प्रदेश में अकेले कोई यूनिट शुरू करेगी।
बेंगलुरु यूनिट से भी हो सकती है बड़ी
सूत्रों के अनुसार, यह यूनिट बेंगलुरु में बनने वाली फॉक्सकॉन की फैक्ट्री से भी बड़ी हो सकती है। हालांकि, अभी यह तय नहीं हुआ है कि इस यूनिट में कौन से प्रोडक्ट्स बनेंगे। कंपनी और राज्य सरकार के बीच बातचीत जारी है। फॉक्सकॉन न केवल एप्पल, बल्कि माइक्रोसॉफ्ट और सोनी जैसी कंपनियों के लिए भी इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बनाती है, जिनमें स्मार्टफोन, टैबलेट और टीवी शामिल हैं।
जमीन कहां ली गई है?
संभावित फैक्ट्री के लिए जो जमीन देखी गई है, वह उसी इलाके में है जहां HCL-फॉक्सकॉन की OSAT (Outsourced Semiconductor Assembly and Test) फैसिलिटी के लिए पहले ही 50 एकड़ जमीन ली जा चुकी है। OSAT फैसिलिटी सेमीकंडक्टर चिप्स को जोड़ने और टेस्ट करने के लिए होती है।
नोएडा को क्यों चुना?
काउंटरपॉइंट रिसर्च के वाइस-प्रेसीडेंट नील शाह का कहना है कि नोएडा आज एक मजबूत मैन्युफैक्चरिंग हब बन चुका है। यहां बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर, लोकल टैलेंट और सप्लाई चेन की उपलब्धता है। अलग-अलग लोकेशन पर यूनिट्स होने से कंपनियों को कस्टमर्स के करीब बने रहने और प्रोडक्ट वैरायटी बढ़ाने में मदद मिलती है।
पहले से मौजूद फैक्ट्रियां
फॉक्सकॉन की पहले से ही तमिलनाडु, कर्नाटक और तेलंगाना में यूनिट्स हैं। हालांकि, आंध्र प्रदेश के श्री सिटी में कंपनी ने अपना कामकाज बंद कर दिया है। साइबरमीडिया रिसर्च के प्रभु राम ने बताया कि भारत आज एक उभरता हुआ एक्सपोर्ट हब है और सप्लाई चेन के वैश्विक बदलावों से उसे फायदा हो रहा है।