4 महीने में FPI की सबसे बड़ी निकासी, सितंबर में बाजार से 21,000 करोड़ रुपए निकाले

Edited By jyoti choudhary,Updated: 30 Sep, 2018 02:20 PM

fpi outflow hits 4 month high of rs 21 000 cr in sept

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने सितंबर माह में भारतीय पूंजी बाजारों से 21,000 करोड़ रुपए (तीन अरब डॉलर) की निकासी की। पिछले 4 महीने में यह एफपीआई की निकासी का सबसे ऊंचा आंकड़ा है।

नई दिल्लीः विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने सितंबर माह में भारतीय पूंजी बाजारों से 21,000 करोड़ रुपए (तीन अरब डॉलर) की निकासी की। पिछले 4 महीने में यह एफपीआई की निकासी का सबसे ऊंचा आंकड़ा है। एफपीआई की ओर से निकासी की अहम वजह वैश्विक स्तर पर व्यापार मोर्चे पर बढ़ता तनाव और चालू खाते के घाटे की चिंता रही। इससे पहले अगस्त में विदेशी निवेशकों ने पूंजी बाजारों (शेयर एवं ऋण बाजार) में करीब 5,200 करोड़ रुपए का शुद्ध निवेश किया। जुलाई में उन्होंने 2,300 करोड़ रुपए का निवेश किया था। इससे पहले विदेशी निवेशकों ने अप्रैल-जून के दौरान 61,000 करोड़ रुपए से अधिक की निकासी की।

डिपॉजिटरी आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने सितंबर महीने में शेयर बाजार से 10,825 करोड़ रुपए की शुद्ध निकासी की, जबकि ऋण बाजार से 10,198 करोड़ रुपए निकाले। इस प्रकार निवेशकों ने कुल 21,023 करोड़ रुपए की निकासी की। यह मई के बाद की सबसे बड़ी निकासी है। मई में विदेशी निवेशकों ने 29,775 करोड़ रुपए की निकासी की थी।

मॉर्निंगस्टार इंवेस्टमेंट एडवाइजर इंडिया में वरिष्ठ शोध विश्लेषक हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा कि वैश्विक स्तर पर व्यापार मोर्चे पर बढ़ता तनाव, कच्चे तेल की उच्च कीमतों की वजह से चालू खाते का घाटा बढऩे, रुपये की कमजोरी, राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को हासिल करने की सरकार की क्षमता को लेकर चिंता और उम्मीद से कम जीएसटी संग्रह की निकासी की वजह रही। उन्होंने कहा कि ये सभी कारक देश के वृहत बुनियादी कारकों को प्रभावित कर रहे हैं। इसने आर्थिक वृद्धि की स्थिरता पर भी संदेह खड़ा किया है, जिस पर विदेशी निवेशक करीब से नजर रखे हुए हैं।  

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!