वित्त वर्ष 2018-19 में चालू खाते का घाटा बढ़कर 2.1%

Edited By jyoti choudhary,Updated: 28 Jun, 2019 07:41 PM

fy19 cad inches up to 2 1 but more than halves in q4

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2018-19 में चालू खाते का घाटा(CAD) बढ़कर 2.1 प्रतिशत रह गया। आरबीआई के आंकड़ों के मुताबिक वित्त वर्ष 2018-19 में चालू खाते का घाटा (कैड) पिछले साल के मुकाबले बढ़कर 2.1 प्रतिशत...

नई दिल्लीः चालू खाते का घाटा (कैड) वित्त वर्ष 2018-19 में बढ़कर 57.2 अरब डालर रहा जो सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 2.1 प्रतिशत है। इससे पिछले साल यह 1.8 प्रतिशत था। आरबीआई ने शुक्रवार को यह कहा। किसी निश्चित अवधि में शुद्ध विदेशी मुद्रा की आवक और निकासी का अंतर चालू खाते का घाटा होता है। वर्ष 2017-18 में 48.7 अरब डॉलर था। केंद्रीय बैंक के ताजा आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2018-19 में मार्च तिमाही में घाटा कम होकर जीडीपी का 0.7 प्रतिशत यानी 4.6 अरब डालर रहने के बावजूद पूरे वित्त वर्ष का घाटा बढ़ा।

वहीं मार्च 2018 तिमाही में 13 अरब डालर यनी जीडीपी का 1.8 प्रतिशत था। मार्च तिमाही में कैड की कमी मुख्य रूप से व्यापार घाटा (वाणिज्यिक निर्यात की तुलना में आयात के आधिक्य) के कारण रहा। आरबीआई के अनुसार इस बार मार्च तिमाही में व्यापार घाटा 35.2 अरब डालर रहा जो एक साल पहले इसी तिमाही में 41.6 अरब डालर था। इसके कारण कैड में कमी आयी। लेकिन पूरे वित्त वर्ष 2018-19 में व्यापार घाटा बढ़कर 180.3 अरब डालर रहा जो इससे पिछले वित्त वर्ष में 160 अरब डालर था। इससे 2018-19 में कैड बढ़ा।

शुद्ध रूप से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश मार्च तिमाही में 6.4 अरब डालर रहा जो 2017-18 की इसी तिमाही के बराबर है। पूरे साल 2018-19 में यह मामूली रूप से बढ़कर 30.7 अरब डालर रहा। बाह्य वाणिज्यिक उधारी के कारण शुद्ध प्रवाह उछलकर मार्च, 2018 को समाप्त तिमाही में 7.2 अरब डालर रहा जो एक साल पहले इसी तिमाही में एक अरब डालर था। देश के विदेशी मुद्रा भंडार में आलोच्य वर्ष में कुल मिला कर 3.3 अरब डालर की कमी दर्ज की गयी।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!