Edited By jyoti choudhary,Updated: 18 Oct, 2019 06:24 PM
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वैश्विक वृद्धि को गति देने के लिए जी20 देशों को मिलकर काम करने और सुधारों पर जोर देने की अपील की है। सीतारमण ने गुरूवार को यहां जी20 देशों के वित्त मंत्रियो और केंद्रीय बैंको के गर्वनरो की बैठक में विश्व अर्थव्यवस्था...
वाशिंगटनः वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वैश्विक वृद्धि को गति देने के लिए जी20 देशों को मिलकर काम करने और सुधारों पर जोर देने की अपील की है। सीतारमण ने गुरूवार को यहां जी20 देशों के वित्त मंत्रियो और केंद्रीय बैंको के गर्वनरो की बैठक में विश्व अर्थव्यवस्था को वर्तमान चुनौती और इसके संभावित समाधान पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि जी20 को अगले दौर के सुधारो पर जोर देना चाहिए। उन्होंने वैश्विक मंदी की स्थिति में मिलकर काम करने की अपील करते हुए कहा कि उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं को दीर्धकालिक वित्तीय लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए विशेष रूप से आर्थिक वृद्धि हासिल करने और समावेशी विकास की चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
वित्त मंत्री ने वैश्विक मंदी से निपटने के लिए दुनिया भर के देशों द्वारा ढांचागत सुधार किए जाने पर भी जोर दिया। उन्होंने भारत में हाल ही में किए गए ढांचागत सुधारों का उल्लेख करते हुए कहा कि कार्पोरेट कर में भारी कमी की गई है। उन्होंने कहा कि कार्पोरेट कर सुधारों के साथ-साथ आधार आधारित प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण और यूनिवर्सल हेल्थकेयर का भी उल्लेख किया। भारतीय प्रतिनिधिमंडल जी 20 देशों के वित्त मंत्रियो, केंद्रीय बैंक के गवर्नरों और ब्रिक्स देशो के वित्त मंत्रियो की बैठक में भाग ले चुका है।
वित्त मंत्री इस सप्ताह वाशिंगटन में आयोजित होने वाली अंतररष्ट्रीय मुद्रा कोष( आईएमएफ) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगी। सीतारमण ने इसके साथ ही यूएसआईबीसी और सीआईआई द्वारा आयोजित उद्योग सम्मेलन और सीआईआई द्वारा आयोजित अर्थशास्त्री सम्मेलन में भी भाग लिया। उन्होंने इस दौरान कई अन्य देशों के वित्त मंत्रियो,विश्व बैंक अध्यक्ष और स्टैंडर्ड चार्टर्ड के सीईओ से भी मुलाकात की।