Edited By jyoti choudhary,Updated: 16 Apr, 2024 11:17 AM
सरकार ने पिछले वित्त वर्ष में सावधि जमा पर कमाए गए ब्याज पर वरिष्ठ नागरिकों से 27,000 करोड़ रुपए से अधिक कर इकट्ठा किया है। देश के सबसे बड़े ऋणदाता एसबीआई के शोधकर्ताओं ने यह जानकारी दी। एसबीआई शोधकर्ताओं की रिपोर्ट कहती है कि पिछले पांच वर्षों में...
मुंबईः सरकार ने पिछले वित्त वर्ष में सावधि जमा पर कमाए गए ब्याज पर वरिष्ठ नागरिकों से 27,000 करोड़ रुपए से अधिक कर इकट्ठा किया है। देश के सबसे बड़े ऋणदाता एसबीआई के शोधकर्ताओं ने यह जानकारी दी। एसबीआई शोधकर्ताओं की रिपोर्ट कहती है कि पिछले पांच वर्षों में जमा की कुल राशि वित्त वर्ष 2023-24 के अंत में 143 प्रतिशत बढ़कर 34 लाख करोड़ रुपए हो गई जबकि पांच साल पहले यह 14 लाख करोड़ रुपए थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, सावधि जमाओं पर अधिक ब्याज दर होने से वरिष्ठ नागरिकों के बीच यह जमा योजना काफी लोकप्रिय हुई है। इस अवधि में सावधि जमा खातों की कुल संख्या 81 प्रतिशत बढ़कर 7.4 करोड़ हो गई है। एसबीआई शोधकर्ताओं का अनुमान है कि इनमें से 7.3 करोड़ खातों में 15 लाख रुपए से अधिक की राशि जमा है। इन जमाओं पर 7.5 प्रतिशत का ब्याज मिलने के अनुमान को ध्यान में रखें तो वरिष्ठ नागरिकों ने सिर्फ ब्याज के रूप में ही पिछले वित्त वर्ष में 2.7 लाख करोड़ रुपए कमाए हैं।
रिपोर्ट कहती है कि इसमें बैंक जमा से 2.57 लाख करोड़ रुपए और शेष राशि वरिष्ठ नागरिक बचत योजना की है। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘वरिष्ठ नागरिकों द्वारा भुगतान किए गए 10 प्रतिशत (औसत) कर को सभी वर्गों के बीच सुसंगत मानते हुए, भारत सरकार द्वारा कर संग्रहण लगभग 27,106 करोड़ रुपए होगा।''