Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Oct, 2017 06:08 PM
गुजरात, हिमाचल प्रदेश चुनाव से पहले पेट्रोल-डीजल के दाम एक बार फिर सरकार की मुसीबत बढ़ा सकते हैं। शुक्रवार को इंटरनेशनल मार्कीट में ब्रेंट क्रूड के दाम 60 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गए, जो बीते ढाई साल का उच्चतम स्तर है। इससे पेट्रोल और डीजल की...
नई दिल्लीः गुजरात, हिमाचल प्रदेश चुनाव से पहले पेट्रोल-डीजल के दाम एक बार फिर सरकार की मुसीबत बढ़ा सकते हैं। शुक्रवार को इंटरनेशनल मार्कीट में ब्रेंट क्रूड के दाम 60 डॉलर प्रति बैरल के पार पहुंच गए, जो बीते ढाई साल का उच्चतम स्तर है। इससे पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ने की संभावनाएं बढ़ गई हैं। \
इंटरनेशनल बेंचमार्क की बात करें तो शुक्रवार को ब्रेंट क्रूड के भाव लगभग 2 फीसदी बढ़कर 60.4 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गए। इससे पहले यह लेवल जुलाई, 2015 में देखने को मिला था। क्रूड में यह मजबूती सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस उस बयान के बाद आई है, जिसमें उन्होंने प्रोडक्शन घटाने की बात कही थी। यह बयान इसलिए भी अहम है, क्योंकि सऊदी अरब दुनिया में क्रूड का सबसे बड़ा उत्पादक देश है। क्रूड में तेजी से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोत्तरी की संभावनाएं बढ़ गई हैं। वैसे भी इस साल अगस्त से पेट्रोल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं।
पेट्रोल की कीमतों को लेकर लोगों की नाराजगी बढ़ने के बाद 3 अक्टूबर को सरकार ने फ्यूल पर एक्साइज ड्यूटी में 2 रुपए प्रति लीटर की कटौती करने का फैसला किया था। इससे पहले सरकार क्रूड की कीमतों में नरमी का फायदा उठाते हुए नवंबर, 2014 और जनवरी, 2016 के बीच पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी 11.77 रुपए प्रति लीटर और डीजल 13.47 रुपए प्रति लीटर का इजाफा कर चुकी थी। ऐसे में अगर क्रूड की कीमतें बढ़ती हैं तो देश में एक बार फिर टैक्स कट की डिमांड उठ सकती है।