Edited By ,Updated: 11 Nov, 2016 12:16 PM
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आई.एम.एफ.) ने आज कहा कि वह भ्रष्टाचार से लड़ऩे के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना करता है।
नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आई.एम.एफ.) ने आज कहा कि वह भ्रष्टाचार से लड़ऩे के लिए भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना करता है। हालांकि, उसने कहा है कि बदलाव के इस काम को सोच विचारकर और बिना किसी अफरा तफरी के किया जाना चाहिए।
आई.एम.एफ. के प्रवक्ता गैरी राइस ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में एक सवाल के जवाब में कहा,‘‘हम भारत में अवैध धन के प्रवाह और भ्रष्टाचार को समाप्त करने के लिए उठाए गए कदमों का समर्थन करते हैं। हालांकि, भारतीय अर्थव्यवस्था में रोजमर्रा के लेनदेन में नकदी की भारी भूमिका को देखते हुए मुद्रा में बदलाव के काम को सोच समझकर किया जाना चाहिए ताकि अफरा तफरी कम से कम हो।’’
भारत सरकार के 500 और 1000 रपए के नोटों को चलन से वापस लेने के फैसले के बारे में उनसे पूछा गया था। उन्होंने कहा,‘‘मेरा कहना है कि जब कोई देश इस तरह के कदम उठाता है, इस काम को व्यवस्थित तरीके से करना चाहिए। हालांकि यह कोई असाधारण कदम नहीं हैं, देश यह कदम उठाते रहे हैं।’’