Edited By jyoti choudhary,Updated: 26 Mar, 2024 05:39 PM
चालू वित्त वर्ष 2023-24 के पहले 11 माह यानी फरवरी तक रूस को भारत का इंजीनियरिंग निर्यात दोगुना होकर 1.22 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद (ईईपीसी) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पिछले वित्त वर्ष में भारत से रूस को...
कोलकाताः चालू वित्त वर्ष 2023-24 के पहले 11 माह यानी फरवरी तक रूस को भारत का इंजीनियरिंग निर्यात दोगुना होकर 1.22 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। इंजीनियरिंग निर्यात संवर्धन परिषद (ईईपीसी) ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पिछले वित्त वर्ष में भारत से रूस को इंजीनियरिंग निर्यात 61 करोड़ 66.8 लाख डॉलर का रहा था। ईईपीसी ने बयान में कहा कि इस अवधि के दौरान अमेरिका को निर्यात सालाना आधार पर सात प्रतिशत घटकर 15.95 अरब डॉलर का रह गया है। चीन के मामले में, यह मामूली घटकर 2.38 अरब डॉलर रहा है। पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 2.40 अरब डॉलर रहा था।
संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और ऑस्ट्रेलिया को निर्यात सकारात्मक रहा। इन देशों के साथ भारत का मुक्त व्यापार समझौता (एफटीए) है। फरवरी तक, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के लिए निर्यात सालाना आधार पर 16 प्रतिशत बढ़कर 5.22 अरब डॉलर का हो गया, जबकि ऑस्ट्रेलिया के लिए निर्यात पांच प्रतिशत बढ़कर 1.30 अरब डॉलर का रहा।
बयान में कहा गया है कि अप्रैल-फरवरी (2023-24) के दौरान कुल इंजीनियरिंग निर्यात 98.03 अरब डॉलर का रहा, जबकि एक साल पहले इसी अवधि में यह 96.84 अरब डॉलर का हुआ था। ईईपीसी इंडिया के चेयरमैन अरुण कुमार गरोडिया ने कहा, “पिछले कुछ महीनों में, भारत से इंजीनियरिंग निर्यात लगातार आगे बढ़़ रहा है। पिछले तीन महीनों में क्षेत्र के उल्लेखनीय प्रदर्शन ने कुल निर्यात में उच्च वृद्धि को संभव बनाया है।''