Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Oct, 2025 02:00 PM

भारत के मोटर वाहन क्षेत्र ने जुलाई-सितंबर तिमाही में 4.6 अरब अमेरिकी डॉलर मूल्य के 30 लेनदेन दर्ज किए। इसे टाटा मोटर्स के इवेको एस.पी.ए. के 3.8 अरब अमरीकी डॉलर के अधिग्रहण से बढ़ावा मिला। ग्रांट थॉर्नटन भारत ने बुधवार को यह जानकारी दी। ‘ग्रांट...
नई दिल्लीः भारत के मोटर वाहन क्षेत्र ने जुलाई-सितंबर तिमाही में 4.6 अरब अमेरिकी डॉलर मूल्य के 30 लेनदेन दर्ज किए। इसे टाटा मोटर्स के इवेको एस.पी.ए. के 3.8 अरब अमरीकी डॉलर के अधिग्रहण से बढ़ावा मिला। ग्रांट थॉर्नटन भारत ने बुधवार को यह जानकारी दी। ‘ग्रांट थॉर्नटन भारत क्यू3 (तीसरी तिमाही) 2025 ऑटोमोटिव डीलट्रैकर' के अनुसार, टाटा मोटर्स-इवेको सौदे को छोड़कर अप्रैल-जून तिमाही में मूल्य में 36 प्रतिशत की गिरावट आई जो दर्शाता है कि बड़े रणनीतिक दांव समग्र सौदे की गति को परिभाषित करते रहेंगे। हालांकि सौदों की मात्रा पिछली तिमाही के समान रही लेकिन मूल्यों में तेजी से वृद्धि हुई। इसका मुख्य कारण टाटा मोटर्स द्वारा इवेको एस.पी.ए. का 3.8 अरब डॉलर में अधिग्रहण रहा जो भारत के अब तक के सबसे बड़े मोटर वाहन लेनदेन में से एक है।
ग्रांट थॉर्नटन भारत के साझोदार एवं मोटर वाहन उद्योग के दिग्गज साकेत मेहरा ने कहा, ‘‘इस तिमाही की मजबूत अधिग्रहण एवं विलय (एमएंडए) और निजी निवेश (पीई) गतिविधि वाणिज्यिक गतिशीलता में भारत की बढ़ती वैश्विक महत्वाकांक्षा तथा व्यापकता, प्रौद्योगिकी-सक्षम मंचों की ओर स्पष्ट बदलाव को दर्शाती है।'' उन्होंने कहा कि नीतिगत अनुकूलता एवं त्योहारी मांग के बीच तालमेल से ‘‘हम वैकल्पिक ईंधन प्रौद्योगिकियों, मोटर वाहन प्रौद्योगिकी और आपूर्ति श्रृंखला डिजिटलीकरण में निरंतर गति की उम्मीद करते हैं।''