Edited By jyoti choudhary,Updated: 19 Sep, 2023 05:57 PM
क्रूड ऑयल की इंटरनेशनल मार्केट में कीमत में लगातार तेज रुझान भारतीय रुपए (INR) को परेशान कर रहा है। क्रूड ऑयल की बढ़ी कीमत ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए को 83.26 के अब तक के रिकॉर्ड लो लेवल पर ले आया है। बताया जा रहा है कि रुपए में कमजोरी की...
बिजनेस डेस्कः क्रूड ऑयल की इंटरनेशनल मार्केट में कीमत में लगातार तेज रुझान भारतीय रुपए (INR) को परेशान कर रहा है। क्रूड ऑयल की बढ़ी कीमत ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए को 83.26 के अब तक के रिकॉर्ड लो लेवल पर ले आया है। बताया जा रहा है कि रुपए में कमजोरी की संभावना अभी बनी हुई है। एक खबर के मुताबिक, क्रूड ऑयल की कीमत 95 डॉलर प्रति बैरल के आस-पास है। आगे रुपए की चाल पूरी तरह तेल की कीमतों पर निर्भर करेगा।
भारतीय रिजर्व बैंक कर रहा कोशिश
खबर के मुताबिक, भारतीय मुद्रा को सपोर्ट करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) बाजार में डॉलर जारी कर रहा है लेकिन यह बहुत मदद नहीं करेगा क्योंक भारत अपनी जरूरत का 85 प्रतिशत तेल आयात करता है, जिसके लिए डॉलर में तत्काल पेमेंट करना होता है। एक प्राइवेट बैंक के फॉरेक्स एक्सपर्ट ने बताया कि आरबीआई अपने विदेशी मुद्रा भंडार के पर्याप्त भंडार के साथ रुपए की रक्षा के लिए मौजूद रहेगा लेकिन यह एक पॉइंट से आगे नहीं जा सकता है।
एक्सपर्ट क्या कहते हैं
एक अन्य एक्सपर्ट ने कहा कि भारतीय शेयर बाजारों में विदेशी निवेश ने भी रुपये की अस्थिरता को कंट्रोल करने में मदद की है लेकिन यह हॉट मनी है जो अचानक बाहर निकल सकती है और इस पर भरोसा नहीं किया जा सकता है। क्रूड ऑयल की कीमतें पिछले तीन सप्ताह से ऊपर की तरफ रुख किए है। इसके अलावा सऊदी अरब और रूस द्वारा इस साल के आखिर तक सप्लाई में कटौती का फैसला करने के बाद नवंबर के बाद से अपने मैक्सिमम लेवल पर पहुंच गई हैं। आने वाले दिनों में सप्लाई घटने की आशंका से भी कुछ बढ़ोतरी हुई है। घबराहट में खरीदारी करने से कीमतें बढ़ रही हैं।