चाय का हुआ रिकॉर्ड उत्पादन

Edited By ,Updated: 18 Jun, 2016 01:06 PM

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भारतीय चाय उद्योग ने 2015-16 में नया मुकाम हासिल किया है। देश में आलोच्य वर्ष के दौरान चाय का उत्पादन अब तक के सर्वोच्च स्तर 123.31 करोड़ किलोग्राम पर रहा

कोलकाताः भारतीय चाय उद्योग ने 2015-16 में नया मुकाम हासिल किया है। देश में आलोच्य वर्ष के दौरान चाय का उत्पादन अब तक के सर्वोच्च स्तर 123.31 करोड़ किलोग्राम पर रहा, जबकि निर्यात ने 35 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। भारतीय चाय बोर्ड द्वारा आज जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष में कुल घरेलू उत्पादन में इससे गत वर्ष मुकाबले 3 फीसदी या 3.59 करोड़ किलोग्राम की बढ़ौतरी रही। इसमें उत्तर भारत का अहम योगदान रहा। उत्तर भारत में आलोच्य वर्ष के दौरान उत्पादन वित्त वर्ष 2014-15 के मुकाबले 5.52 करोड़ किलोग्राम या 5.52 फीसदी अधिक रहा। हालांकि प्रतिकूल मौसम और केरल में श्रमिक मसले की वजह से दक्षिण भारतीय बागानों के उत्पादन में 1.67 करोड़ किलोग्राम या 6.95 फीसदी गिरावट दर्ज की गई। 

 

पिछले वित्त वर्ष में चाय बागानों का देशभर में उत्पादन 1.62 फीसदी बढ़ा, जबकि पत्ती खरीदने वाली फैक्टरियों (बीएलएफ) के उत्पादन में 5.81 फीसदी बढ़ौतरी दर्ज की गई। यह छोटे चाय उत्पादकों द्वारा उगाई जाने वाली 33.85 फीसदी योगदान को दर्शाता है। कुल उत्पादन में छोटे चाय उत्पादकों के बढ़ते योगदान का पता चलता है। प्रमुख चाय उत्पादक राज्यों के उत्पादन में छोटे उत्पादकों का सबसे अधिक हिस्सा तमिलनाडु में 53.16 फीसदी है। यह पश्चिम बंगाल में 40.4 फीसदी और असम में 27.55 फीसदी है। 

 

कुल 123.31 करोड़ किलोग्राम उत्पादन में कर्ल-टीयर-क्रश (सीटीसी) का उत्पादन पहले ही तरह सबसे ज्यादा है। कुल उत्पादन में सीटीसी का हिस्सा 90.93 फीसदी यानी 112.13 करोड़ किलोग्राम रहा। समीक्षाधीन वर्ष में सीटीसी का उत्पादन 2.31 करोड़ किलोग्राम बढ़ा। ऑर्थोडॉक्स चाय (संपूर्ण पत्तियों वाली चाय) के उत्पादन में 84.7 लाख किलोग्राम की बढ़ौतरी रही। कुल उत्पादन में इसका हिस्सा 7.51 फीसदी या 9.26 करोड़ किलोग्राम रहा। 2015-16 में ग्रीन टी के उत्पादन में भी 43 लाख किलोग्राम की बढ़ौतरी रही। इसका कुल उत्पादन में 1.56 फीसदी हिस्सा रहा है। 

 

बोर्ड के आंकड़े यह भी दर्शाते हैं कि पूरे भारत में चाय की नीलामियों में वित्त वर्ष 2014-15 के मुकाबले औसत कीमत प्राप्ति 8.05 फीसदी और बिक्री मात्रा 17.82 फीसदी बढ़ी। उत्तर भारतीय नीलामी केंद्रों में चाय बिक्री की मात्रा 39.31 फीसदी बढ़ी और उनमें औसत कीमत प्राप्ति 3.27 फीसदी अधिक रही। वहीं दक्षिण भारतीय नीलामी केंद्रों में चाय की बिक्री की मात्रा 26.22 फीसदी बढ़ी और औसत कीमत प्राप्ति में 29.01 फीसदी वृद्धि रही। निर्यात के मोर्चे पर भारत ने 35 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। वित्त वर्ष 2015-16 में देश से 23.29 करोड़ किलोग्राम चाय का निर्यात हुआ, जिसकी कीमत 4,493.10 करोड़ रुपए थी। वर्ष 1980-81 में देश से 23.17 करोड़ किलोग्राम चाय का निर्यात हुआ था। 

 

वित्त वर्ष 2014-15 के मुकाबले निर्यातित चाय की मात्रा 3.38 करोड़ किलोग्राम या 17 फीसदी बढ़ी है, जबकि कीमत के लिहाज से इसमें 669.46  करोड़ रुपए या 17.51 फीसदी इजाफा दर्ज किया गया। रूस को सबसे ज्यादा चाय का निर्यात हुआ। रूस को चाय का निर्यात 22.41 फीसदी बढ़कर 4.82 करोड़ किलोग्राम रहा। इसके बाद ईरान को निर्यात 22 फीसदी बढ़कर 2.21 करोड़ किलोग्राम रहा। पाकिस्तान को निर्यात 27.43 फीसदी वृद्धि के साथ 1.93 करोड़ किलोग्राम रहा। देश का चाय निर्यात बढ़ाने में जर्मनी, बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात और पोलैंड का भी अच्छा योगदान रहा। 

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