Edited By jyoti choudhary,Updated: 20 Dec, 2025 04:58 PM

भारत की दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस लिमिटेड के शेयरों की ट्रेडिंग अमेरिका में अस्थायी रूप से रोक दी गई है। यह फैसला न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) की ओर से लिया गया है। यूएस में लिस्टेड इंफोसिस के अमेरिकन डिपॉजिटरी रिसीट (ADR) में एक ही ट्रेडिंग सत्र...
बिजनेस डेस्कः भारत की दिग्गज आईटी कंपनी इंफोसिस लिमिटेड के शेयरों की ट्रेडिंग अमेरिका में अस्थायी रूप से रोक दी गई है। यह फैसला न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज (NYSE) की ओर से लिया गया है। यूएस में लिस्टेड इंफोसिस के अमेरिकन डिपॉजिटरी रिसीट (ADR) में एक ही ट्रेडिंग सत्र में लगभग 40% की उछाल देखने को मिली। ADR करीब 27 डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। इतनी तेज बढ़त के बाद एहतियात के तौर पर NYSE ने ट्रेडिंग को अस्थायी रूप से रोक दिया।
ADR क्या है?
ADR उस कंपनी के असली शेयर का प्रतिनिधित्व करता है और इसे अमेरिकी निवेशकों के लिए जारी किया जाता है। जब कोई कंपनी सीधे अमेरिका में लिस्ट नहीं होती, तब ADR के जरिए अमेरिकी बाजार में निवेशकों को कंपनी के शेयरों तक पहुंचाया जाता है।
भारत में भी दिखा असर
ADR में यह उछाल भारत के गिफ्ट निफ्टी पर भी दिखाई दिया। गिफ्ट निफ्टी इस दौरान 220 अंकों से अधिक बढ़कर उछल गया। वहीं, घरेलू बाजार में इंफोसिस के शेयरों में उतनी बड़ी हलचल नहीं देखी गई। NSE पर कंपनी का शेयर 0.7% की बढ़त के साथ 1,638 रुपए पर बंद हुआ।
वैश्विक IT सेक्टर से मिले संकेत
इंफोसिस के ADR में तेजी को वैश्विक IT सेक्टर से मिले सकारात्मक संकेत का सहारा मिला। Accenture के पहले तिमाही नतीजों के बाद भारतीय IT शेयरों में खरीदारी देखने को मिली। कंपनी ने बताया कि कुल टेक खर्च साल-दर-साल स्थिर है लेकिन जनरेटिव AI में तेजी दिखाई दी। AI ने नई बुकिंग्स में 11% और राजस्व में 6% का योगदान दिया, जबकि एडवांस्ड AI बुकिंग्स 76% बढ़कर 2.2 अरब डॉलर तक पहुंच गई।
इंफोसिस के तिमाही नतीजे
इंफोसिस ने 14 जनवरी, 2026 को अपनी दिसंबर तिमाही के नतीजे जारी करने का ऐलान किया है। कंपनी ने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि उसका बोर्ड 13 और 14 जनवरी को बैठक करेगा, जिसमें 31 दिसंबर, 2025 को खत्म हुई तिमाही और नौ महीनों के फाइनेंशियल नतीजों पर विचार कर उन्हें मंजूरी दी जाएगी।