Edited By jyoti choudhary,Updated: 13 Jul, 2022 01:03 PM
महंगाई के बोझ तले दबे अमेरिका पर संभावित मंदी का खतरा होने की चर्चाओं के बीच जेपी मॉर्गन के चीफ मार्केट स्ट्रेटजिस्ट एड्रियन मॉवेट ने दावा किया है कि ऐसा कोई जोखिम अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर नहीं आएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था...
नई दिल्लीः महंगाई के बोझ तले दबे अमेरिका पर संभावित मंदी का खतरा होने की चर्चाओं के बीच जेपी मॉर्गन के चीफ मार्केट स्ट्रेटजिस्ट एड्रियन मॉवेट ने दावा किया है कि ऐसा कोई जोखिम अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर नहीं आएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था इस साल भी दमदार प्रदर्शन करेगी।
एक इंटरव्यू में एड्रियन ने कहा, “अमेरिका में खुदरा महंगाई दर 8.1 फीसदी चल रही है, जिस पर काबू पाने के लिए फेड रिजर्व ब्याज दरों को बढ़ाएगा। इससे विकास की गति कुछ सुस्त जरूर हो जाएगी लेकिन मंदी जैसा जोखिम नहीं लग रहा है। डॉलर की स्थिति काफी मजबूत है, जो महंगाई घटाने में मददगार होगा। कमोडिटी की कीमतों में तेजी से गिरावट भी आ रही, भारत से माल आपूर्ति की लागत भी पिछले साल से 20 फीसदी कम हो गई है। इतना ही नहीं तेल, गैस की कीमतें भी नीचे आ रही हैं, तो मंदी का जोखिम अब नहीं लग रहा।”
भारत पर रुपए का कितना पड़ेगा असर
एड्रियन ने कहा, “भारत की बात करें तो यहां महंगाई उतनी बड़ी समस्या नहीं है जितना अन्य उभरती अर्थव्यवस्थाओं में है। अमेरिकी बॉन्ड यील्ड में लगातार गिरावट आ रही है, जिससे रुपए पर दबाव जल्द ही खत्म हो जाएगा। भारत की तेज विकास दर जारी रहेगी, जिससे हर मोर्चे पर उसे राहत मिल सकती है। टेक कंपनियों की बढ़ती कमाई से भारत को काफी लाभ मिलेगा और उसके लिए कारोबार विस्तार के नए रास्ते खुलेंगे।”
उन्होंने कहा कि महंगाई के मामले में चीन सबसे बेहतर स्थिति में है। वहां फिलहाल अन्य देशों की तरह महंगाई कोई मुद्दा नहीं है। बावजूद इसके चालू वित्तवर्ष में भारत की विकास दर से कहीं ज्यादा रहने का अनुमान है।