ई-रिटेल बिजनेस की वजह से 270% बढ़ा पेटीएम का घाटा

Edited By jyoti choudhary,Updated: 29 Oct, 2018 06:41 PM

loss of peti million by 270 due to e retail business

पेटीएम समूह के ऑनलाइन रिटेल बिजनेस का घाटा डिजिटल पेमेंट कारोबार की तुलना में लगातार बढ़ रहा है। मौजूदा समय में डिजिटल पेमेंट्स कारोबार में कंपनी की बादशाहत भले ही बरकरार हो लेकिन उसे फ्लिपकार्ट के फोनपे

बेंगलुरुः पेटीएम समूह के ऑनलाइन रिटेल बिजनेस का घाटा डिजिटल पेमेंट कारोबार की तुलना में लगातार बढ़ रहा है। मौजूदा समय में डिजिटल पेमेंट्स कारोबार में कंपनी की बादशाहत भले ही बरकरार हो लेकिन उसे फ्लिपकार्ट के फोनपे और गूगल पे जैसी कंपनियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है। डाटा कंपनी डॉफलर के मुताबिक, पेटीएम की मूल कंपनी वन 97 कम्यूनिकेशंस लिमिटेड की वित्त वर्ष 2017-18 में कुल आय चार गुना बढ़कर 3,314.8 करोड़ रुपए रही।

बीते वित्त वर्ष में कंपनी का नुकसान 903.09 करोड़ रुपए से बढ़कर 1,606.05 करोड़ रुपए रहा। कंपनी को यह नुकसान विज्ञापन/विपणन तथा पेमेंट गेटवे पर खर्च बढ़ने के कारण हुआ है। साथ ही, पेटीएम ई-कॉमर्स प्राइवेट लिमिटेड के तहत ऑनलाइन रिटेल बिजनस पेटीएम मॉल को बीते वित्त वर्ष में एक बार फिर नुकसान का झटका झेलना पड़ा है। कंपनी की कुल आय 774.86 करोड़ रुपए रही, जबकि उसे 1,787.55 करोड़ रुपए का घाटा हुआ। 

पेटीएम मॉल को वालमार्ट समर्थित फ्लिपकार्ट तथा अमेजॉन जैसी दिग्गज कंपनियों से प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है, जिनकी बाजार हिस्सेदारी 80 फीसदी से अधिक है। वन97 और पेटीएम मॉल का कुल नुकसान 270 फीसदी बढ़कर 3,393 करोड़ रुपए हो गया है, जो पहले 917 करोड़ रुपए था। वहीं, कुल आय 417 फीसदी बढ़कर 4,089 करोड़ रुपए हो गई है। 

लगातार गिरावट पर पेटीएम मॉल 
आंकड़ों पर गौर करें, तो वन97 कंपनी ने 31 मार्च को समाप्त हुई तिमाही में प्रति एक रुपए के नुकसान पर 2.07 रुपए कमाया, जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष में इसने एक रुपए के नुकसान पर 1.26 रुपए की कमाई की थी। इस प्रकार आय में यह सुधार दर्शाता है। वहीं, दूसरी तरफ पेटीएम मॉल ने वित्त वर्ष 2017-18 में एक रुपए के नुकसान पर 0.43 रुपए की कमाई की, जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष में इसने एक रुपए के नुकसान पर 0.54 रुपए की कमाई की थी। पिछले वित्त वर्ष की तुलना में यह आय में गिरावट दर्शाता है। वन97 कंपनी की वित्तीय हालत में सुधार के लिए कई कारक जिम्मेदार हैं, जिनमें से एक पिछले कुछ साल पहले कंपनी द्वारा की गई रिस्ट्रक्चरिंग है। 
 

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