Edited By jyoti choudhary,Updated: 20 Jan, 2023 01:06 PM
रेटिंग एजेंसी मूडीज ने शुक्रवार को भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की दीर्घावधि जमा रेटिंग की पुष्टि करने के साथ ही पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी), केनरा बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा की जमा रेटिंग में सुधार किया। मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने एक बयान में कहा कि
बिजनेस डेस्कः रेटिंग एजेंसी मूडीज ने शुक्रवार को भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की दीर्घावधि जमा रेटिंग की पुष्टि करने के साथ ही पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी), केनरा बैंक और बैंक ऑफ बड़ौदा की जमा रेटिंग में सुधार किया। मूडीज इन्वेस्टर्स सर्विस ने एक बयान में कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के इन सभी बैंकों की लंबी अवधि की रेटिंग का परिदृश्य स्थिर बना हुआ है। मूडीज ने एसबीआई की दीर्घावधि स्थानीय और विदेशी मुद्रा बैंक जमा रेटिंग को बीएए3 पर बनाए रखा है जबकि बाकी तीनों सार्वजनिक बैंकों की दीर्घावधि जमा रेटिंग में सुधार किया है।
उसने कहा, "एसबीआई की दीर्घकालिक जमा रेटिंग को बीएए3 पर बनाए रखना और बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक एवं पीएनबी की दीर्घकालिक जमा रेटिंग को बीएए1 से उन्नत कर बीएए3 करना भारत के वृहद आर्थिक परिदृश्य में सुधार को दर्शाता है। इससे जरूरत के समय बैंकों को बहुत उच्च स्तर की सरकारी समर्थन की धारणा भी परिलक्षित होती है।" मूडीज की बैंक जमा रेटिंग किसी बैंक की विदेशी एवं घरेलू मुद्रा जमा दायित्वों को समय पर चुकाने की क्षमता को दर्शाती है।
मूडीज ने कहा कि भारत में ऋण की स्थिति में धीरे-धीरे सुधार हुआ है, खुदरा कर्जों का प्रदर्शन अच्छा हुआ है और कंपनियों की वित्तीय स्थिति भी सुधरी है। हालांकि छोटे और मध्यम आकार की कंपनियां अब भी बैंकों की परिसंपत्ति गुणवत्ता के लिए जोखिम बनी हुई हैं। मूडीज ने कहा, “भारत की आर्थिक वृद्धि पर बढ़ती दरों और वैश्विक मंदी का असर होगा लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था अन्य उभरते बाजारों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करेगी। इन कारकों से बैंकों के लिए परिचालन माहौल मददगार बना रहेगा।" रेटिंग एजेंसी को उम्मीद है कि अगले एक-डेढ़ साल में बैंकों की परिसंपत्ति गुणवत्ता अच्छी बनी रहेगी जिसमें अनुकूल परिचालन परिवेश और कंपनियों के बहीखाते में सुधार से मदद मिलेगी।