Edited By jyoti choudhary,Updated: 16 Feb, 2020 10:42 AM
संतरे के शहर नागपुर को ऑरेंज कलस्टर बनाया जाएगा। इसके तहत संतरे का निर्यात बढ़ाने के लिए नागपुर में जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाया जाएगा। इसके लिए एग्रीकल्चर एंड प्रोसैस्ड फूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डिवैल्पमैंट अथॉरिटी (एपेडा) नोडल एजैंसी होगी।
नई दिल्लीः संतरे के शहर नागपुर को ऑरेंज कलस्टर बनाया जाएगा। इसके तहत संतरे का निर्यात बढ़ाने के लिए नागपुर में जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर बनाया जाएगा। इसके लिए एग्रीकल्चर एंड प्रोसैस्ड फूड प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट डिवैल्पमैंट अथॉरिटी (एपेडा) नोडल एजैंसी होगी।
वर्ष 2018 में 1,018.3 करोड़ डॉलर के संतरे का अंतर्राष्ट्रीय व्यापार हुआ। भारत में 2018-19 में 8,781 हजार टन संतरे का उत्पादन हुआ था, जिसमें मंडारिन व क्लेमेंटाइन किस्म भी शामिल हैं।
मुख्यत: मध्य पूर्व के देशों में होगा निर्यात
कृषि निर्यात नीति (ए.ई.पी.) के तहत नागपुर का विकास ऑरेंज कलस्टर के रूप में करने का फैसला किया गया है। ए.ई.पी. के तहत निर्यात बढ़ाने के लिए बाजार की पहचान करना है। नागपुर से मुख्यत: मध्य-पूर्व के देशों को संतरे का निर्यात होगा। ए.ई.पी. के तहत नागपुर और आसपास के इलाके के संतरे की विशेष ब्रांडिंग भी होगी।
उधर, नागपुर से दुबई को संतरे की पहली खेप 13 फरवरी को भेजी गई। यह खेप नवी मुम्बई के वाशी से भेजी गई। वेनगार्ड हैल्थ केयर परिसर से रैफ्रिजरेटेड कंटेनर में कुल 1,500 क्रेट्स भेजे गए।