Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Oct, 2025 05:54 PM

सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एनएमडीसी ने बुधवार को कहा कि उसने तत्काल प्रभाव से लौह अयस्क ढेलों (लम्प) और उसके फाइन्स की कीमतों में क्रमशः 550 रुपए और 500 रुपए प्रति टन की कटौती की है। देश की सबसे बड़ी लौह अयस्क खनन कंपनी ने एक नियामकीय सूचना में कहा...
नई दिल्लीः सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी एनएमडीसी ने बुधवार को कहा कि उसने तत्काल प्रभाव से लौह अयस्क ढेलों (लम्प) और उसके फाइन्स की कीमतों में क्रमशः 550 रुपए और 500 रुपए प्रति टन की कटौती की है। देश की सबसे बड़ी लौह अयस्क खनन कंपनी ने एक नियामकीय सूचना में कहा कि उसने लम्प अयस्क की कीमत 5,550 रुपए प्रति टन और फाइन्स की कीमत 4,750 रुपए प्रति टन तय की है।
लम्प अयस्क या उच्च श्रेणी के लौह अयस्कों में 65.5 प्रतिशत लौह तत्व होता है, जबकि फाइन्स निम्न श्रेणी के अयस्क होते हैं जिनमें 64 प्रतिशत या उससे कम लौह तत्व होता है। एक अगस्त को घोषित अंतिम मूल्य संशोधन में, एनएमडीसी ने लम्प की दर 6,100 रुपये प्रति टन और फाइंस की दर 5,250 रुपये प्रति टन तय की थी। 22 अक्टूबर से लागू होने वाली कीमतों में रॉयल्टी, जिला खनिज निधि (डीएमएफ), राष्ट्रीय खनिज अन्वेषण ट्रस्ट (डीएमईटी) शामिल हैं और उपकर, वन परमिट शुल्क, पारगमन शुल्क, जीएसटी, पर्यावरण उपकर और अन्य कर शामिल नहीं हैं। बाजार अनुसंधान फर्म बिगमिंट ने कहा, ‘‘पिछले दो महीनों से लौह अयस्क की कीमतों की समीक्षा नहीं की गई थी। घरेलू इस्पात बाजार, जो एक उपभोक्ता बाजार है, भारी दबाव में रहा, क्योंकि कीमतों में लगातार गिरावट जारी रही।''
लौह अयस्क, इस्पात निर्माण में उपयोग किए जाने वाले प्रमुख कच्चे माल में से एक है, और इसकी कीमतों में किसी भी उतार-चढ़ाव का इस्पात की कीमतों पर सीधा प्रभाव पड़ता है, जो एक मिश्र धातु है जिसका व्यापक रूप से निर्माण, बुनियादी ढांचा, वाहन और रेलवे जैसे क्षेत्रों में उपयोग किया जाता है। इस्पात मंत्रालय के अंतर्गत हैदराबाद स्थित एनएमडीसी भारत के कुल लौह अयस्क उत्पादन में लगभग 20 प्रतिशत का योगदान देती है।