Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Jun, 2017 09:56 AM
राष्ट्रीय दवा मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एन.पी.पी.ए.) ने जी.एस.टी. व्यवस्था के लागू होने से पहले 761 ...
नई दिल्लीः राष्ट्रीय दवा मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एन.पी.पी.ए.) ने जी.एस.टी. व्यवस्था के लागू होने से पहले 761 दवाओं के अस्थाई अधिकतम मूल्य की घोषणा कर दी है। इनमें कैंसर-रोधी, एच.आई.वी.-एड्स, मधुमेह और एंटीबायोटिक दवाएं शामिल हैं।
एन.पी.पी.ए. ने कहा कि दवाओं की कीमत अंतिम तौर पर नई अप्रत्यक्ष कर प्रणाली लागू होने के बाद तय की जाएगी। इसमें हर राज्य के आधार पर दो से तीन प्रतिशत की घट-बढ़ हो सकती है। प्राधिकरण के चेयरमैन भूपेंद्र सिंह ने कहा कि कंपनियों के लिए जी.एस.टी. में स्थानांतरण को आसान बनाने के लिए हमने 761 दवाओं की अस्थाई तौर पर अधिकतम मूल्य घोषित कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि जी.एस.टी. लागू होने के बाद दवाओं के वास्तिवक मूल्य में दो से तीन प्रतिशत के दायरे में बदलाव आएगा। एन.पी.पी.ए. ने दवा कंपनियों से कहा है कि मूल्य सूची को जांच लें और इसमें यदि किसी तरह के सुधार की जरूरत है तो उसे 29 जून तक बताए।