Edited By ,Updated: 16 Mar, 2017 04:42 PM
सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (आेएनजीसी) ने देश की सबसे गहराई वाली गैस खोज के विकास पर ...
नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (आेएनजीसी) ने देश की सबसे गहराई वाली गैस खोज के विकास पर 2022-23 तक 21,500 करोड़ रुपए का निवेश करेगी। इससे वह अपने प्रमुख केजी बेसिन ब्लाक से उत्पादन को दोगुना से अधिक कर सकेगी। आेएनजीसी ने पिछले साल बंगाल की खाड़ी के केजी-डीडब्ल्यूएन-98-2 (केजी-डी5) ब्लॉक में 10 तेल एवं गैस खोजों में उत्पादन शुरू करने के लिए 34,012 करोड़ रुपए (5.07 अरब डॉलर) की योजना को अंतिम रूप दिया था। अब कंपनी की योजना अत्यधिक गहराई वाली यूडी-एक खोज के विकास पर 21,528.10 करोड़ रुपए (3.2 अरब डॉलर) और खर्च करने की है।
आेएनजीसी के निदेशक (ऑफशोर) तपस कुमार सेनगुप्ता ने कहा, ‘‘हम हाइड्रोकार्बन महानिदेशालय (डीजीएच) के समक्ष यूडी-एक खोज की व्यावसायिक रूप से व्यावहारिक होने के संबंध में ब्योरा दिया है। हम अंतिम निवेश योजना, फील्ड विकास योजना 2017 के अंत तक जमा कराएंगे, जिससे इन खोजों से 2022-23 तक उत्पादन शुरू किया जा सके।’’ आेएनजीसी की योजना 2,400 से 3,200 मीटर गहरे वाली खोजों में नौ कुओं की खुदाई करने की है। जिससे वहां 1.9 करोड़ घनमीटर प्रतिदिन का अधिकतम उत्पादन हासिल किया जा सकेगा।
कंपनी ने इससे पहले केजी-डी5 ब्लॉक की खोजों का विकास करने का फैसला किया था। उस समय तय किया गया था कि इसी ब्लॉक में यूडी-एक ब्लॉक का विकास बाद में किया जाएगा। सेनगुप्ता ने बताया कि कुछ परामर्शकों ने आेएनजीसी को यह दिखाया है कि यूडी-एक से अधिक गहराई वाली मेक्सिको की खाड़ी की खोजों में हाल के समय में उत्पादन शुरू किया गया है।