Edited By vasudha,Updated: 11 Jan, 2020 04:17 PM
हॉस्पिटैलिटी फर्म OYO Hotels and Homes में सब ठीक नहीं चल रहा है। यहां के हजारों कर्मचारियों पर छंटनी की तलवार लटक गई है। । कंपनी मैनपॉवर पर आने वाला कॉस्ट बचाने और कामकाज को तकनीकी रूप से बेहतर बनाने के लिए यह कदम उठा रही है। OYO ने अब तक चीन में...
बिजनेस डेस्क: हॉस्पिटैलिटी फर्म OYO Hotels and Homes में सब ठीक नहीं चल रहा है। यहां के हजारों कर्मचारियों पर छंटनी की तलवार लटक गई है। । कंपनी मैनपॉवर पर आने वाला कॉस्ट बचाने और कामकाज को तकनीकी रूप से बेहतर बनाने के लिए यह कदम उठा रही है। OYO ने अब तक चीन में कार्यरत 12 हजार कर्मचारियों में से पांच फीसदी को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। वहीं अब वह भारत में कार्यरत 10 हजार कर्मचारियों में से 12 फीसदी की छंटनी करने जा रही है।
कंपनी के एक अधिकारी ने कहा कि ओयो के कई वर्टिकल्स ऐसे हैं, जहां पर तकनीक का विस्तार हो रहा है और वहां पर लोगों की जरूरत नहीं है। उन्होंने बताया कि हर महीने कंपनी लोगों के परफॉरमेंस को ट्रैक करती है और नतीजों के आधार पर वे कर्मचारी की रुचि को देखते हुए कंपनी कुछ लोगों को परफॉरमेंस इंप्रूवमेंट प्रोग्राम से गुजरने का मौका देती है। अगर इससे उनके प्रदर्शन में कोई फर्क नहीं पड़ता है तो उन्हें रिप्लेस कर दिया जाता है। हालांकि इस दौरान ट्रेनिंग भी कंपनी की तरफ से दी जाएगी।
दरसअल कंपनी जिन लोगों की छंटनी करने की योजना बना रही है, उनकी सैलरी 10-12 लाख रुपए की रेंज में है। ऐसे में उन्हें निकालने से करोड़ों की बचत होगी। कंपनी ने हाल ही में मुंबई ऑफिस से 120 लोगों की छंटनी की है। बता दें कि OYO होटल्स एंड होम्स कंपनी कमरों की संख्या के लिहाज से खुद को दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी होटल चेन होने का दावा करती है। कंपनी के अनुसार ओयो ने एक बयान में बताया कि उसने छह सालों में 800 से ज्यादा शहरों, 23000 ओयो ब्रांड के होटल और 850000 कमरों तक अपनी उपस्थिति बढ़ायी है।