Edited By jyoti choudhary,Updated: 07 Jan, 2020 05:43 PM
अमेरिका और ईरान के बीच बन रहे ''जंग'' जैसे हालात की वजह से अब पाकिस्तान को भी बड़ा झटका लगा है। मंगलवार के दिन पाकिस्तान के शेयर बाजार में इस साल की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज हुई। कुछ ही मिनटों में प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स केएसई-100 एक हजार से ज्यादा...
इस्लामाबादः अमेरिका और ईरान के बीच बन रहे 'जंग' जैसे हालात की वजह से अब पाकिस्तान को भी बड़ा झटका लगा है। मंगलवार के दिन पाकिस्तान के शेयर बाजार में इस साल की सबसे बड़ी गिरावट दर्ज हुई। कुछ ही मिनटों में प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स केएसई-100 एक हजार से ज्यादा अंक लुढ़क गया। इस गिरावट में निवेशकों के 17 हजार करोड़ रुपए (पाकिस्तानी रुपया) डूब गए है। वहीं, दूसरी ओर सोने की कीमतों में रिकॉर्ड 2600 रुपए प्रति दस ग्राम की तेजी दर्ज हुई है। पाकिस्तान में एक तौले सोने (पाकिस्तान में एक तौला करीब 11 ग्राम का होता है) की कीमत 90 हजार रुपए के पार पहुंच गई।
पाकिस्तान के अर्थशास्त्रियों ने इस गिरावट के बाद देश की अर्थव्यवस्था को लेकर गहरी चिंता जाहिर की है। उनका कहना है कि क्रूड और सोने की तेजी देश का इंपोर्ट बिल बढ़ाएगी यानी विदेशों से सामान खरीदने के लिए ज्यादा पैसे खर्च करने होंगे। ऐसे में आम आदमी पर महंगाई का बोझ और बढ़ जाएगा।
पाकिस्तान के सेंट्रल बैंक एसबीपी- स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP-State Bank of Pakistan) का कहना है कि इस साल खाद्य महंगाई दर 11.5 फीसदी रहने का अनुमान है। यह 8 साल में सबसे ज्यादा होगी। वहीं, एनर्जी महंगाई दर 32.5 फीसदी हो सकती है।
एसबीपी- की ताजा रिपोर्ट में बताया है कि FY20 के लिए तय 4 फीसदी जीडीपी आर्थिक ग्रोथ का लक्ष्य हासिल कर पाना बहुत मुश्किल है क्योंकि एग्री सेक्टर में गिरावट जारी है। इसके अलावा मैन्युफैक्चरिंग में 8 फीसदी की तेज गिरावट आई है। सेंट्रल बैंक का मानना है कि मौजूदा वित्त वर्ष में 1.5 फीसदी से 2.5 फीसदी की जीडीपी ग्रोथ रह सकती है।