Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Nov, 2022 12:45 PM
भारतीय रिजर्व बैंक ने देश के दो अग्रणी बैंक एचडीएफसी बैंक व कैनरा बैंक को विशेष वोस्त्रो अकाउंट खोलकर रुस के साथ रुपए में कारोबार करने की इजाजत दी है। वोस्त्रो खाते ऐसे खाते हैं जो एक बैंक दूसरे जो अक्सर विदेशी बैंक होते हैं की ओर से रखता है। यह
बिजनेस डेस्कः भारतीय रिजर्व बैंक ने देश के दो अग्रणी बैंक एचडीएफसी बैंक व कैनरा बैंक को विशेष वोस्त्रो अकाउंट खोलकर रुस के साथ रुपए में कारोबार करने की इजाजत दी है। वोस्त्रो खाते ऐसे खाते हैं जो एक बैंक दूसरे जो अक्सर विदेशी बैंक होते हैं की ओर से रखता है। यह बैंकिंग लेनदेन का एक का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। केंद्रीय बैंक ने यह कदम भारत और रूस के बीच होने वाले व्यापार का सेटलमेंट रुपए हो, यह सहूलियत देने के लिए उठाया है। इस फैसले के बाद अब सीमा पार के लेनदेन भारतीय मुद्रा में भी हो सकेंगे।
इससे पहले, सरकार ने भारतीय रुपए में विदेशी व्यापार की सुविधा देने के लिए आरबीआई से अनुमति के बाद दो भारतीय बैंकों के साथ नौ विशेष वोस्त्रो खाते खोले थे। बता दें कि रूस के सबसे बड़े और दूसरे सबसे बड़े बैंक Sberbank और VTB आरबीआई की ओर से जुलाई में रुपए में विदेशी व्यापार के लिए दिशानिर्देशों की घोषणा के बाद अनुमोदन प्राप्त करने वाले पहले विदेशी ऋणदाता थे। एक और रूसी बैंक गैजप्रोम जिसकी भारत में कोई शाखा नहीं है उसने कोलकाता स्थित यूको बैंक में वोस्त्रो खाता खोला था।
वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने कारोबार के आंकड़े जारी करते हुए कहा था कि अब तक नौ वोस्त्रो खाते खोले जा चुके हैं। जिनमें एक यूको बैंक में, एक Sber बैंक में, एक VTB बैंक जबकि छह इंडसइंड बैंक के साथ खोले गए हैं। यह छह रूस के अलग-अलग बैंक हैं। भारतीय रिजर्व बैंक ने नई व्यवस्था को लोकप्रिय बनाने में मदद करने के लिए इन विशेष वोस्त्रो खातों को भारत सरकार की प्रतिभूतियों में अधिशेष राशि का निवेश करने की अनुमति दी है। भारतीय रिजर्व बैंक ने नई व्यवस्था को लोकप्रिय बनाने में मदद करने के लिए इन विशेष वोस्त्रो खातों को भारत सरकार की प्रतिभूतियों में अधिशेष शेष राशि का निवेश करने की अनुमति दी है।