Edited By jyoti choudhary,Updated: 16 May, 2023 02:04 PM
देश के सात प्रमुख शहरों में 2022-23 में मकानों की बिक्री सालाना आधार पर 48 फीसदी बढ़कर करीब 3.47 लाख करोड़ रुपए पहुंच गई। 2021-22 में आवासीय संपत्तियों की बिक्री 2,34,850 करोड़ रुपए रही थी। रियल एस्टेट फर्म एनारॉक ने बताया कि मकानों की भारी मांग और...
बिजनेस डेस्कः देश के सात प्रमुख शहरों में 2022-23 में मकानों की बिक्री सालाना आधार पर 48 फीसदी बढ़कर करीब 3.47 लाख करोड़ रुपए पहुंच गई। 2021-22 में आवासीय संपत्तियों की बिक्री 2,34,850 करोड़ रुपए रही थी। रियल एस्टेट फर्म एनारॉक ने बताया कि मकानों की भारी मांग और कीमत बढ़ने से बिक्री में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। संख्या के लिहाज से देखें तो बिक्री 2021-22 के 2,77,783 मकानों से बढ़कर 2022-23 में 3,79,095 इकाई के स्तर पर पहुंच गई। यह आंकड़ा रियल एस्टेट क्षेत्र में नई बिक्री पर हुए लेनदेन के आंकड़ों पर आधारित है।
दिल्ली-एनसीआर में 42% तेजी
शहर |
बिक्री (करोड़ में) |
उछाल |
पुणे |
33,730 |
77 फीसदी |
हैदराबाद |
34,820 |
50 फीसदी |
बेंगलुरु |
38,870 |
49 फीसदी |
मुंबई महानगर |
1,67,210 |
46 फीसदी |
दिल्ली-एनसीआर |
50,620 |
42 फीसदी |
कोलकाता |
10,660 |
38 फीसदी |
चेन्नई |
11,050 |
24 फीसदी |
निर्बाध रूप से आगे बढ़ रहा है घरेलू रियल्टी बाजार
एनारॉक समूह के चेयरमैन अनुज पुरी ने कहा, भारत का आवासीय रियल एस्टेट उद्योग निर्बाध रूप से आगे बढ़ रहा है और अभूतपूर्व मानक तय कर रहा है। मजबूत मांग को देखते हुए उम्मीद है कि आगे भी बिक्री बेहतर बनी रहेगी।
बाजार में लौट रहे हैं निवेशक
लग्जरी रियल्टी फर्म कृसुमी कॉरपोरेशन के एमडी मोहित जैन ने कहा कि आवासीय क्षेत्र में हाल के वर्षों में परिवर्तन आया है। यह अधिक परिपक्व और मौलिक रूप से मजबूत हो गया है। अंतिम उपयोगकर्ताओं से महत्वपूर्ण मांग होने की वजह से निवेशक भी अब आवासीय बाजार में लौट रहे हैं।