सरकार की ओर से अहम बयान- 'रुपए में उतार-चढ़ाव चिंता की बात नहीं'

Edited By jyoti choudhary,Updated: 29 Jun, 2018 02:32 PM

rupee fluctuation is not a matter of concern

रुपए के रिकॉर्ड लो स्तर पर पहुंचने के बाद सरकार की ओर से अहम बयान आया है। आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा है कि रुपए में जारी उतार-चढ़ाव से ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है।

बिजनेस डेस्कः रुपए के रिकॉर्ड लो स्तर पर पहुंचने के बाद सरकार की ओर से अहम बयान आया है। आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने कहा है कि रुपए में जारी उतार-चढ़ाव से ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है। हमारे पास इस वोलेटिलिटी से निपटने के लिए पर्याप्त विदेशी मुद्रा भंडार है। बता दें कि रुपया गुरूवार को अपने रिकॉर्ड लो पर पहुंच गया था। रुपए ने पहली बार 69 डॉलर का स्तर पार किया। हालांकि शुक्रवार को इसमें कुछ रिकवरी है। 
 
PunjabKesari

रुपए में गिरावट की वजह ग्लोबल फैक्टर
गर्ग ने कहा कि रुपए में जो उतार-चढ़ाव दिख रहा है, उसके पीछे घरेलू नहीं, कुछ ग्लोबल फैक्टर हैं। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें ऊंचे स्तर पर हैं, ईरान पर यूएस ने प्रतिबंध लगाए हैं। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में क्रूड की डिमांड और सप्लाई को लेकर बड़ा गैप बन गया है। इन वजहों से डॉलर की डिमांड बढ़ रही है, जिससे रुपए सहित दूसरे देशों की करंसी पर भी असर हो रहा है लेकिन हमारे पास पर्याप्त रिजर्व है, जिससे वोलैटिलिटी की स्थिति से हम निपट सकते हैं।

PunjabKesari

जरूरत पड़ी तो फॉरेक्स रिजर्व बढ़ाने के विकल्प खुले
गर्ग ने यह भी कहा अभी स्थिति ठीक है लेकिन अगर जरूरत पड़ी तो सरकार फॉरेक्स रिजर्व बढ़ाने के लिए फॉरेन करंसी नॉन रिपैट्रिएबल डिपॉजिट, सॉवरेन बॉन्ड या अन्य तरीकों से फंड रेज कर सकती है। जब भी लगा कि फॉरेक्स रिजर्व बढ़ाने की जरूरत है तो सरकार के पास ये सभी विकल्प खुले हुए हैं। उनका कहना है कि 2013 में भी रुपए में बड़ी गिरावट आई थी लेकिन तबसे अब स्थिति बहुत बदल चुकी है। अभी स्थिति ज्यादा बेहतर है। हमारे पास पर्याप्त फॉरेक्स रिजर्व है, सर्विस एक्सपोर्ट और एनआरआई द्वारा देश में आने वाला रेमिटेंस बेहतर है। 

PunjabKesari

रुपए में हल्की रिकवरी
शुक्रवार को रुपया 9 पैसे मजबूत होकर 68.70 प्रति डॉलर के भाव पर खुला। बैंक और एक्सपोर्टर्स द्वारा डॉलर की फ्रेश सेलिंग करने से रुपए को सपोर्ट मिला है। हालांकि अभी भी रुपया अपने करीब 20 महीने के लो पर कारोबार कर रहा है। इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड की कीमतें बढ़ने और करंट अकाउंट डेफिसिट व महंगाई बढ़ने की आशंकाओं के चलते रुपए पर निगेटिव असर दिख रहा है। इससे पहले गुरूवार के कारोबार में रुपया पहली बार 69 प्रति डॉलर का स्तर पार कर गया था। 69.10 प्रति डॉलर का भाव रुपए के लिए ऑलटाइम लो बना। हालांकि ट्रेडिंग के अंत में रुपया 67.79 के स्तर पर बंद हुआ। 
 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!