Edited By jyoti choudhary,Updated: 22 Sep, 2020 01:50 PM
बाजार नियामक सेबी ने सोशल स्टॉक एक्सचेंज को लेकर कायदा कानून तैयार करने के लिए एक तकनीकी समूह का गठन किया है। समूह गैर-लाभकारी संगठनों और लाभ कमाने वाले उपक्रमों को जोड़ने समेत वित्तीय और
नई दिल्लीः बाजार नियामक सेबी ने सोशल स्टॉक एक्सचेंज को लेकर कायदा कानून तैयार करने के लिए एक तकनीकी समूह का गठन किया है। समूह गैर-लाभकारी संगठनों और लाभ कमाने वाले उपक्रमों को जोड़ने समेत वित्तीय और संचालन से जुड़ी खुलासों की जरूरत के बारे में अपनी सिफारिशें देगा।
भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने एक बयान में कहा कि समूह प्रदर्शन से संबंधित खुलासे की जरूरत के बारे में भी अपने सुझाव देगा। साथ ही सामाजिक प्रभाव और सामाजिक लेखा परीक्षा से संबंधित पहलुओं पर विचार करेगा। नियामक ने नाबार्ड के पूर्व चेयरमैन हर्ष कुमार भानवाला की अध्यक्षता में तकनीकी समूह का गठन किया है।
समूह के अन्य सदस्यों में अशोक यूनिवर्सिटी में सेंटर फॉर सोशल इम्पैक्ट एंड फिलेनथ्रोपी के संस्थापक निदेशक इनग्रिड श्रीनाथ, गाइडस्टार के सीईओ पुष्प अमन सिंह और केपीएमजी के भागीदार और प्रमुख (सस्टेनेबिलिटी और सीएसआर परामर्श) संतोष जयराम, ओमिदयार नेटवर्क इंडिया (सोशल इम्पैक्ट इनवेस्टर) की प्रबंध निदेशक रूपदा कुदवा, नाबार्ड के उप-प्रबंध निदेशक शाजी कृष्णन, आईसीएआई के संजीव सिंघल शामिल हैं। इसके अलावा बीएसई, एनएसई और सेबी के प्रतिनिधि भी इसमें शामिल हैं।
इससे पहले, सेबी ने इशात हुसैन की अध्यक्षता में सोशल स्टॉक एक्सचेंज के लिए एक कार्य समूह का गठन किया था जिसने अपनी रिपोर्ट एक जून, 2020 को सौंप दी। समूह की सिफारिशों में गैर-लाभकारी संगठनों और लाभ कमाने वाले उपक्रमों को सोशल स्टॉक एक्सचेंज में शामिल करने की बात शामिल है लेकिन इसके लिए न्यूनतम जानकारी के खुलासे की शर्त का पालन करना होगा।