Edited By Supreet Kaur,Updated: 26 May, 2018 09:59 AM
भाजपा नीत राजग सरकार के पहले चार साल में बंबई शेयर बाजार का सैंसेक्स 41 प्रतिशत से अधिक मजबूत हुआ है। इससे निवेशकों को 72 लाख करोड़ रुपए का लाभ हुआ। मोदी सरकार के मई 2014 में आने के बाद से सूचकांक 10,207.99 अंक या 41.29 प्रतिशत मजबूत हुआ। बीएसई की...
नई दिल्लीः भाजपा नीत राजग सरकार के पहले चार साल में बंबई शेयर बाजार का सैंसेक्स 41 प्रतिशत से अधिक मजबूत हुआ है। इससे निवेशकों को 72 लाख करोड़ रुपए का लाभ हुआ। मोदी सरकार के मई 2014 में आने के बाद से सूचकांक 10,207.99 अंक या 41.29 प्रतिशत मजबूत हुआ। बीएसई की प्रमुख सूचकांक इस साल 29 जनवरी को अबतक के उच्चतम स्तर 36,443.98 की सर्वकालिक ऊंचाई पर पहुंच गया। कुल मिलाकर शेयर बाजार 75 लाख करोड़ रुपए से अधिक बढ़कर 147 लाख करोड़ रुपए से अधिक हो गया।
कल के कारोबार समाप्त होने पर बीएसई सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 1,47,28,699 करोड़ रुपए पहुंच गया। बीएसई में 2,784 कंपनियों के शेयरों का कारोबार होता है। सैमको सिक्योरिटीज एंड स्टाक नोट के संस्थापक जिमीत मोदी ने कहा, ‘‘मोदी सरकार का चार साल का कार्यकाल उतार-चढ़ाव वाला रहा है। शेयरों में उतार-चढ़ाव देखे गए। योजना तथा कुछ नीतियों के क्रियान्वयन के संदर्भ में मोदी सरकार का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा है जहां वृहत आर्थिक आंकड़े बेहतर नहीं रहे।’’
मोदी सरकार के पिछले चार साल में कुल मिलाकर सैंसेक्स में लाभ करीब 40 प्रतिशत रहा। यह बहुत उत्पाहजनक रिटर्न नहीं है। इसका मुख्य कारण पिछले चार साल में वित्तीय परिणाम का नरम रहना है। हालांकि वित्त वर्ष 2018-19 में वित्तीय नतीजे बेहतर रहने की पूरी उम्मीद है। बाजार पूंजीकरण के लिहाज से टीसीएस 6,87,123.96 करोड़ रुपए के साथ देश की सबसे मूल्यवान कंपनी रही। उसके बाद क्रमशः रिलायंस इंडस्ट्रीज (5,83,972.22 करोड़ रुपए), एचडीएफसी बैंक (5,22,420.61 करोड़ रुपए), एचयूएल (3,41,064.80 करोड़ रुपए) तथा आईटीसी (3,31,895.80 करोड़ रुपए) का स्थान रहा।