Edited By Parminder Kaur,Updated: 04 Jan, 2024 05:41 PM
ओडिशा की लांजिया साओरा पेंटिंग, डुंगरिया कोंध कढ़ाई वाली शॉल और खजुड़ी गुड़ सहित सात उत्पादों को भौगोलिक संकेतक (जीआई) का दर्जा दिया गया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। क्षेत्र विशेष में पाए जाने वाले विशिष्ट उत्पादों को अलग खूबियों...
बिजनेस डेस्क. ओडिशा की लांजिया साओरा पेंटिंग, डुंगरिया कोंध कढ़ाई वाली शॉल और खजुड़ी गुड़ सहित सात उत्पादों को भौगोलिक संकेतक (जीआई) का दर्जा दिया गया है। एक अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। क्षेत्र विशेष में पाए जाने वाले विशिष्ट उत्पादों को अलग खूबियों की वजह से जीआई का दर्जा दिया जाता है।
अधिकारी के अनुसार, चेन्नई स्थित जीआई रजिस्ट्री ने ढेंकनाल मगजी (खाद्य पदार्थ), सिमिलिपाल काई चटनी, नयागढ़ कांतिमुंडी बैंगन और कोरापुट कालाजीरा चावल को भी बुधवार को भौगोलिक संकेतक का दर्जा देने की घोषणा की। इसके साथ ही ओडिशा में पाए जाने वाले 25 उत्पादों को अबतक यह दर्जा मिल चुका है। इस बीच राज्य अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति विकास, अल्पसंख्यक एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग ने सोशल मीडिया मंच फेसबुक पर लिखा- ''ओडिशा के लांजिया साओरा की पेंटिंग ने आधिकारिक तौर पर जीआई का दर्जा हासिल कर लिया है।''