Edited By jyoti choudhary,Updated: 20 Nov, 2018 03:52 PM
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस वर्ष 121 चीनी मिलों में पेराई की जानी है। इनमें से 85 चीनी मिलें में पेराई का काम शुरू हो चुका है जबकि शेष में 25 नवंबर 2018 तक पेराई शुरू हो जाएगी।
लखनऊः प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस वर्ष 121 चीनी मिलों में पेराई की जानी है। इनमें से 85 चीनी मिलें में पेराई का काम शुरू हो चुका है जबकि शेष में 25 नवंबर 2018 तक पेराई शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि दो नई चीनी मिलें पिपराइच व मुंडेरवा फरवरी, 2019 में गन्ना पेराई का कार्य शुरू करेंगी।
राज्य सरकार के प्रवक्ता ने मंगलवार को बताया कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने चीनी मिलों के संचालन तथा गन्ना खरीद व भुगतान के संबंध में समीक्षा बैठक की। इसमें उन्होंने कहा कि गन्ना किसानों का हित और चीनी मिलों का सुदृढ़ीकरण राज्य सरकार की प्राथमिकता है। किसी भी स्तर पर किसानों का उत्पीडऩ नहीं होने दिया जाएगा।
राज्य सरकार चीनी उद्योग को प्रोत्साहित करने के लिए हरसंभव मदद उपलब्ध कराएगी। उन्होंने अधिकारियों को निजी चीनी मिलों के स्तर पर गन्ना मूल्य के बकाया भुगतान के संबंध में संवाद स्थापित करते हुए तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने पिपराइच चीनी मिल के कार्य की प्रगति पर संतोष जताते हुए कहा कि समयबद्ध ढंग से चीनी मिलों का संचालन सुनिश्चित किया जाए। इस संबंध में आ रही दिक्कतों को प्राथमिकता के आधार पर दूर किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चीनी मिलों द्वारा पेराई सत्र 2017-18 के कुल देय गन्ना मूल्य 35,463 करोड़ रुपए के सापेक्ष 28,633 करोड़ रुपए का गन्ना मूल्य भुगतान किया जा चुका है। शेष 6,830 करोड़ रुपए का भुगतान शीघ्रता से सुनिश्चित किया जाए। सरकारी प्रवक्ता के अनुसार आदित्यनाथ ने कहा कि गन्ना मूल्य के बकाया भुगतान के लिए राज्य सरकार द्वारा सरल ब्याज पर 4,000 करोड़ रुपए के ऋण की व्यवस्था की गई है, जिसके अन्तर्गत चीनी मिलों द्वारा आवेदन बैंकों में प्रस्तुत कर दिए गए हैं।