Edited By jyoti choudhary,Updated: 18 Sep, 2021 01:05 PM
सरकार ने शुक्रवार को दावा किया कि खाद्य तेलों पर आयात शुल्क की मानक दर में कमी के बाद इनके दैनिक थोक मूल्यों में गिरावट आई है। उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि पाम तेल के थोक भाव में 2.50
बिजनेस डेस्कः सरकार ने शुक्रवार को दावा किया कि खाद्य तेलों पर आयात शुल्क की मानक दर में कमी के बाद इनके दैनिक थोक मूल्यों में गिरावट आई है। उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि पाम तेल के थोक भाव में 2.50 प्रतिशत, सरसों के तेल में 0.97 प्रतिशत, सूरजमुखी के तेल की कीमतों में 1.30 प्रतिशत और वनस्पति में 0.71 प्रतिशत की गिरावट आई है।
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मंत्रालय का कहना है कि कीमतों पर नियंत्रण के लिए एक सप्ताह पहले खाद्य तेलों पर शुल्क की मानक दर में कटौती करने के केंद्र के साहसिक कदम के बाद, दैनिक थोक कीमतों में बड़ा अंतर आया है। विज्ञप्ति के अनुसार पैक किए जाने वाले पाम तेल के दैनिक थोक मूल्यों में 2.50 प्रतिशत की गिरावट आई है। इसके साथ ही तिल के तेल में 2.08 प्रतिशत, नारियल के तेल में 1.72 प्रतिशत, मूंगफली के तेल में 1.38 प्रतिशत, सूरजमुखी के तेल में 1.30 प्रतिशत, सरसों के तेल में 0.97 प्रतिशत, वनस्पति में 0.71 प्रतिशत और पैक किए जाने वाले सोया तेल के दैनिक थोक मूल्यों में 0.68 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।
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सरकार ने 10 सितंबर को जारी अधिसूचना के तहत कच्चे पाम तेल, कच्चे सोयाबीन तेल और कच्चे सूरजमुखी के तेल पर शुल्क की मानक दर को और कम करते हुए 2.5 प्रतिशत कर दिया है। इसी तरह रिफाइंड पाम तेल, रिफाइंड सोयाबीन तेल और रिफाइंड सूरजमुखी तेल पर शुल्क की मानक दर में कटौती करते हुए उसे 32.5 प्रतिशत कर दिया गया है।
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