Edited By jyoti choudhary,Updated: 05 Mar, 2019 04:44 PM
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने धमकी दी है कि भारत अगर अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ नहीं घटाता तो जेनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रिफ्रेंसेज (GSP) खत्म कर दी जाएगी। इस सुविधा के खत्म होने का असर उन भारतीय कंपनियों पर पड़ेगा जो
नई दिल्लीः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने धमकी दी है कि भारत अगर अमेरिकी उत्पादों पर टैरिफ नहीं घटाता तो जेनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रिफ्रेंसेज (GSP) खत्म कर दी जाएगी। इस सुविधा के खत्म होने का असर उन भारतीय कंपनियों पर पड़ेगा जो अमेरिका में अपने प्रोडक्ट एक्सपोर्ट करते हैं। ट्रंप ने इसके साथ भारत में कई अमेरिकी उत्पादों पर लगने वाले बेहद ऊंचे आयात शुल्क की एक बार फिर आलोचना की है। भारत को बेहद ऊंची शुल्क दरों को आड़े-हाथों लेते हुए ट्रंप ने कहा कि वे भी भारतीय उत्पादों पर समान शुल्क लगाना चाहते हैं।
एक्सपोर्ट होने वाले प्रोडक्ट्स
भारत से अमेरिका को ऑर्गेनिक केमिकल्स, गारमेंट्स व टेक्सटाइल्स, क्लॉथ व फुटवियर, चाय, कॉफी, चावल, मसाले और स्पेयर पार्ट्स आदि प्रोडक्ट्स एक्सपोर्ट किए जाते हैं। अमेरिका के इस कदम से इन सेक्टर्स में लिस्टेड कंपनियों को काफी नुकसान हो सकता है।
इन कंपनियों पर होगा असर
- स्पेयर पार्ट्स- इस सेक्टर की लिस्टेड कंपनियों में भारत फोर्ज, मदरसन सूमी जैसे स्टॉक पर इसका असर पड़ सकता है।
- चाय और कॉफी- टाटा ग्लोबल ब्रेवरीजेज, टाटा कॉफी, मेक्लॉयड रशेल के लिए इश्यू हो सकते हैं।
- मिट प्रोडक्ट्स- श्रींप और श्रींप फीड्स की कंपनियों अवंती फीड्स, वाटरबेस, एपेक्स फ्रोजेन फूड्स इनके लिए परेशानी खड़ी हो सकती है।
आपको बता दें कि 1970 में अमेरिका ने भारत को इस पॉलिसी में शामिल किया था। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इस फैसले से ज्वैलर्स को सबसे ज्यादा नुकसान होगा। भारत अमेरिका को 39,897 करोड़ रुपए (560 करोड़ डॉलर) का निर्यात जीरो टैरिफ पर करता है। अगर भारत इस स्कीम से बाहर होता है तो यह अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की बड़े इकोनॉमी वाले देशों के साथ घाटे को पाटने के लिए सबसे बड़ी कार्रवाई होगी।