Edited By ,Updated: 03 Feb, 2017 06:24 PM
टायर विनिर्माताओं तथा रबड़ उद्योग के सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) ने आम बजट में निराशा जताई है। उनका कहना है कि टायर और रबड़ क्षेत्र में उलट शुल्क ढांचे को दुरुस्त करने की उनकी मांग को नजरअंदाज किया गया।
नई दिल्लीः टायर विनिर्माताओं तथा रबड़ उद्योग के सूक्ष्म, लघु एवं मझोले उपक्रमों (एमएसएमई) ने आम बजट में निराशा जताई है। उनका कहना है कि टायर और रबड़ क्षेत्र में उलट शुल्क ढांचे को दुरुस्त करने की उनकी मांग को नजरअंदाज किया गया। बुनियादी ढांचा और सड़क क्षेत्र के लिए बजट में आबंटन बढ़ाने का स्वागत करते हुए टायर उद्योग ने उलट शुल्क ढांचे को दूर किए जाने वाले क्षेत्रों की सूची में रबड़ और टायर उद्योग का नाम न होने पर निराशा जताई।
आटोमोटिव टायर मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के चेयरमैन के एक मामन ने कहा, ‘‘टायर उद्योग उम्मीद कर रहा था कि लंबे समय से चल रहे उलट ढांचे को बजट में ठीक किया जाएगा। खेद की बात यह है कि रबड़ और टायर उद्योग का नाम उस सूची में नहीं है जिनमें उलट शुल्क ढांचे को ठीक किया गया है।’’