Edited By jyoti choudhary,Updated: 10 Mar, 2022 10:50 AM
यूक्रेन सरकार ने गेहूं, जई और अन्य खाद्य अनाज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। यूक्रेन के अधिकारी यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं कि वे रूस के साथ गहन युद्ध के दौरान लोगों को भोजन उपलब्ध करा सकें। एक सरकारी घोषणा के अनुसार, इस सप्ताह पेश...
लंदनः यूक्रेन सरकार ने गेहूं, जई और अन्य खाद्य अनाज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। यूक्रेन के अधिकारी यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रहे हैं कि वे रूस के साथ गहन युद्ध के दौरान लोगों को भोजन उपलब्ध करा सकें। एक सरकारी घोषणा के अनुसार, इस सप्ताह पेश किए गए कृषि निर्यात पर नए नियम भी मोटे अनाज, कुट्टू, चीनी, जीवित मवेशी और मांस एवं इसके अन्य ‘उप-उत्पादों’ के निर्यात पर रोक लगाते हैं।
यूक्रेन के कृषि और खाद्य नीति मंत्री रोमन लेशचेंको ने सरकारी वेबसाइट और अपने फेसबुक पेज पर जारी एक बयान में कहा, ‘‘यूक्रेन में मानवीय संकट,’’ बाजार को स्थिर करने और ‘महत्वपूर्ण खाद्य उत्पादों में आबादी की जरूरतों को पूरा करने’ के लिए निर्यात प्रतिबंध की आवश्यकता है। यह इस बात का ताजा संकेत है कि यूक्रेन पर रूस के आक्रमण से यूरोप, अफ्रीका और एशिया के लोगों की खाद्य आपूर्ति और आजीविका को खतरा है, जो इस काला सागर क्षेत्र के खेतों पर निर्भर करते हैं।
रूस और यूक्रेन मिलकर दुनिया के लगभग एक-तिहाई गेहूं और जौ के निर्यात की जरूरत की आपूर्ति करते हैं। वे जो उत्पाद भेजते हैं, उन्हें दुनियाभर में ब्रेड, नूडल्स और जानवरों के चारे में बनाया जाता है, और इनकी किसी भी प्रकार की कोई कमी होने से मिस्र और लेबनान जैसी जगहों पर खाद्य असुरक्षा की स्थिति पैदा हो सकती है। निर्यात प्रतिबंध संभवत: वैश्विक खाद्य आपूर्ति को घटा देगा और वह भी ठीक ऐसे समय में जब कीमतें वर्ष 2011 के बाद के अपने उच्चतम स्तर पर हैं।