अमेरिका ने भारत को दी चेतावनी, US में बने प्रॉडक्ट्स Huawei को सप्लाई करने पर होगी कार्रवाई

Edited By jyoti choudhary,Updated: 19 Jun, 2019 11:53 AM

us warning to indian companies don t share our goods with huawei

अमेरिका और चीन के बीच काफी लंबे समय से ट्रेड वॉर चल रहा है। ऐसे में अमेरिका ने भारतीय को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई भारतीय कंपनी हुवावे या उसकी सहयोगी कंपनियों को अमेरिका में बने पार्ट्स या प्रॉडक्ट्स सप्लाई करती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई हो...

बिजनेस डेस्कः अमेरिका और चीन के बीच काफी लंबे समय से ट्रेड वॉर चल रहा है। ऐसे में अमेरिका ने भारतीय को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कोई भारतीय कंपनी हुवावे या उसकी सहयोगी कंपनियों को अमेरिका में बने पार्ट्स या प्रॉडक्ट्स सप्लाई करती है तो उसके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। इसे भारत पर चाइनीज टेलीकॉम इक्विपमेंट कंपनी के खिलाफ कार्रवाई के लिए दबाव बनाने की पहल माना जा रहा है। अमेरिकी सरकार का पत्र मिलने के बाद मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स ने हुवावे पर लगे अमेरिकी प्रतिबंधों के भारतीय कंपनियों पर पड़ने वाले असर पर डिपार्टमेंट ऑफ टेलीकम्युनिकेशंस, नीति आयोग, मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स, मिनिस्ट्री ऑफ कॉमर्स और प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर की राय मांगी है। 

PunjabKesari

एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, 'मिनिस्ट्री ऑफ एक्सटर्नल अफेयर्स की तरफ से तीन काम करने के लिए कहा गया है- हुवावे को अमेरिका में बने सॉफ्टवेयर/इक्विपमेंट मुहैया कराने वाली इंडियन कंपनियों के खिलाफ उसकी तरफ से प्रतिबंध लगाए जाने की संभावना सहित उसकी तरफ से मुहैया कराई सूचना की जांच कराई जाए, प्राग में हालिया 5जी सिक्योरिटी कॉन्फ्रेंस की सिफारिशों पर राय मुहैया कराई जाए और पूरे मामले में राय दी जाए।' 

PunjabKesari

सूत्रों ने बताया कि मई में प्राग में हुए 5जी सिक्योरिटी कॉन्फ्रेंस की सिफारिशें सामान्य प्रकृति की हैं। उनमें कंपनी विशेष का नाम नहीं लिया गया है। कॉन्फ्रेंस के दौरान अमेरिका की तरफ से जारी सूचना में हुवावे के इक्विपमेंट्स पर उसकी तरफ से हाल में लगाए गए बैन के अलावा चीन में रजिस्टर्ड 35 कंपनियों और हुवावे श्रीलंका, हुवावे पाकिस्तान और हुवावे हांगकांग जैसी कंपनी की सहयोगी फर्मों की सूची शामिल थी। 

PunjabKesari

प्राग समिट की सिफारिशों के मुताबिक हर देश का कम्युनिकेशन सिस्टम टिकाऊ और सुरक्षित तरीके से डिजाइन किया जाना चाहिए और उसकी अपनी सिक्योरिटी पॉलिसी होनी चाहिए। 32 देशों के टेलीकॉम चीफ के पार्टिसिपेशन वाले कॉन्फ्रेंस के लिए चीन को नहीं बुलाया गया था। कॉन्फ्रेंस की सिफारिशों के मुताबिक दुनियाभर की सरकारों को 5जी के जो स्टैंडर्ड्स अपनाना चाहिए, उन पर हुवावे खुफिया सूचनाएं इकट्ठा करने में सहयोग से संबंधी चीनी कानूनों की वजह से शायद खरी न उतरे। 

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!