वाहन चोरी पर लगेगी लगाम, अब यूनीक कोड के जरिए होगी पहचान

Edited By Supreet Kaur,Updated: 12 Oct, 2018 01:16 PM

vehicle will now be identified through the unique code

देश में वाहन चोरी पर लगाम लगाने के लिए सरकार नई तकनीक लाने पर विचार कर रही है। इस तकनीक से एक कार पर 15,000 से भी ज्यादा स्थानों पर एक यूनीक कोड अंकित किया जाएगा। इससे वाहन की चोरी करने वाले उसे कहीं भी ले जाएं तो उसकी पहचान आसानी से की जा सकेगी।

नई दिल्लीः  देश में वाहन चोरी पर लगाम लगाने के लिए सरकार नई तकनीक लाने पर विचार कर रही है। इस तकनीक से एक कार पर 15,000 से भी ज्यादा स्थानों पर एक यूनीक कोड अंकित किया जाएगा। इससे वाहन की चोरी करने वाले उसे कहीं भी ले जाएं तो उसकी पहचान आसानी से की जा सकेगी।

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वाहन की मिलेगी पूरी जानकारी
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसमें मोटर वाहन के विभिन्न हिस्सों पर एक पॉलीमर लेप लगाया जाता है, जिसमें यूनीक कोड छिपा होता है। वाहन पर इस तरह के कोड को जानने के लिए लेजर प्रकाश युक्त टार्च की मदद लेनी पड़ती है और उसे एक मिनी माइक्रोस्कोप के जरिए पढ़ा जाता है। कोड का पता चलाते ही सेंट्रल सर्वर से यह मालूम किया जा सकेगा कि वाहन का मालिक कौन है और वाहन कहां से पंजीकृत है।

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खर्च करने होंगे सिर्फ 500 रुपए
अधिकारी के अनुसार, इस तकनीक में यदि किसी कार में 15,000 जगहों पर कोड अंकित करना हो तो पांच सौ रुपए में यह काम हो जाएगा। यदि किसी मोटरसाइकिल में कोड डालना हो, तो उसमें कार के मुकाबले बहुत कम जगह कोड डालना होगा, इसलिए खर्च भी काफी कम हो जाएगा। यह तकनीक ऐसी है कि यदि कार में बम विस्फोट भी हो जाए, तो यह कोड नहीं मिटेगा।

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अगले 3 महीनों में शुरू हो सकता है काम
इस तकनीक से कम लागत में नकली पुर्जों की पहचान आसानी से हो सकेगी। अधिकारी का कहना है कि यदि सब कुछ ठीक रहा तो अगले तीन महीने में इस तकनीक का पायलट परीक्षण शुरू हो सकता है। 

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