Edited By Vikash thakur,Updated: 18 Oct, 2021 12:29 AM
पिस्तौल दिखाकर उनकी कार, नकदी, गहने व मोबाइल फोन लूट लिए गए
चंडीगढ़ (रमनजीत): चंडीगढ़ के सैक्टर-42 निवासी पारुल भारद्वाज ने अमृतसर पुलिस पर उनके साथ घटित हुई लूट की वारदात को चोरी का मामला बनाने का आरोप लगाया है। पारुल का कहना है कि पिस्तौल दिखाकर उनकी कार, नकदी, गहने व मोबाइल फोन लूट लिए गए, लेकिन अमृतसर के थाना चाटीविंड की पुलिस ने इस घटना को मात्र धारा 379 के तहत चोरी का मामला बनाकर एफ.आई.आर. दर्ज कर दी है।
पारुल ने कहा कि उन्होंने इस मामले में पंजाब पुलिस के उच्चाधिकारियों से मिलकर मांग की है कि उनके साथ हुई वारदात की एफ.आई.आर. में डकैती व लूट की धाराएं जोड़ी जाएं और उनके द्वारा बताए गए हुलिया के आधार पर जल्द से जल्द अपराधियों की तलाश की जाए। पारुल ने कहा कि यह घटना 14 अक्तूबर को रात करीबन 10 बजे तब हुई थी जब वो अपनी पत्नी के साथ चंडीगढ़ से अमृतसर एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए गए थे।
उन्होंने कहा कि अमृतसर के गोल्डन गेट पहुंचने से कुछ ही देर पहले उन्होंने अपनी स्विफ्ट कार सड़क किनारे लगाकर खड़ी की थी और वो लघुशंका के लिए कार से उतर गए थे, जबकि उनकी पत्नी गाड़ी में ही बैठी थीं। पारुल के मुताबिक जैसे ही वो वापस कार में आकर बैठे और कार स्टार्ट करने लगे तो अचानक उनकी कार के आगे एक अन्य कार आकर रुकी और उसमें सवार 5 लोगों ने तत्काल आकर उन पर पिस्तौल तानते हुए सारा कीमती सामान उनके हवाले करने की धमकी दी। पारुल के मुताबिक पिस्तौल देखकर डर के मारे वह और उनकी पत्नी गाड़ी से उतर गए और उक्त लोग उनकी कार लेकर वहां से भाग गए। कार में रखे बैग मे उनकी पत्नी के गहने, नकदी और उनके 3 मोबाइल फोन भी लुटेरे साथ ही ले गए।
पारुल ने कहा कि जब उन्होंने इस घटना की सूचना नजदीकी थाना चाटीविंड में दी तो पुलिस ने इस घटना को मामूली कार चोरी की घटना के तौर पर लेते हुए एफ.आई.आर. धारा 379 के तहत दर्ज कर दी, जबकि इसमें लूट की धाराएं लगाई जानी चाहिए थीं, ताकि मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच आगे बढ़े। पारुल ने कहा कि उन्होंने पुलिस कमिश्नर अमृतसर से मामले में तथ्यों के मुताबिक धाराएं लगाने की मांग की है।